इंदौर के एमवाय अस्पताल में लगी आग, इस तरह बचाई 47 बच्चों की जान

Webdunia
शुक्रवार, 24 नवंबर 2017 (08:11 IST)
इंदौर। मध्यप्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल एमवायएच के एनआईसीयू में गुरुवार शाम भीषण आग लग गई। हादसे के समय एनआईसीयू में 47 बच्चे भर्ती थे। डॉक्टर, स्टाफ और सुरक्षाकर्मियों खिड़कियां फोड़ किसी तरह बच्चों की जान बचाई। कड़ी मशक्क्त के बाद दमकल कर्मियों द्वारा काबू पा लिया गया हैं।  
   
आग शाम करीब साढ़े 4 बजे एक एसी में लगी और देखते ही देखते उसने एनआईसीयू को भी चपेटे में ले लिया। आग की वजह से अस्पताल के शिशु वार्ड में हर तरफ धुंआ फैल गया था। लोगों को अपनी जान से ज्यादा अपने बच्चों की जान की फिक्र थी। खिड़कियों के कांच फोड़कर बच्चों को बाहर निकाला गया। फिर स्ट्रेचर की मदद से उन्हें अस्पताल की छर पर पहुंचाया गया। छत पर ही डॉक्टरों ने बच्चों की जांच की और फिर उन्हें बाहर निकाला गया। आग के कारण तीन घंटों तक अस्पताल में अफरा तफरी का माहौल रहा। 
 
बदहवास परिजनों ने बच्चों को लेकर चाचा नेहरू अस्पताल की ओर दौड़ लगाई। कुछ बच्चों को अस्पताल के पीआईसीयू वार्ड में भी शिफ्ट किया गया। इसके बाद योजना बनाकर हायड्रोलिक प्रेसर की मदद से आग पर काबू पा लिया गया। 
                         
आगजनी की इस घटना में किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं हैं। कमिश्नर संजय दुबे ने घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

5000 धर्मांतरण, लव जिहादियों की गैंग, माफिया से कनेक्शन, छांगुर का दिल दहलाने वाला सच

ED के सामने पेश हुए रॉबर्ट वाड्रा, पत्नी प्रियंका गांधी भी थीं साथ

AI हादसे की शुरुआती रिपोर्ट ने खड़े किए सवाल, क्या हैं DGCA के नए आदेश

नूंह में मजार क्षतिग्रस्त, कड़ी सुरक्षा के बीच बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा शुरू, 2023 में भड़की थी हिंसा

Hate Speech पर SC सख्त, केंद्र और राज्यों को सख्त निर्देश, नफरत फैलाने वाले कंटेंट बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे, तुरंत लगाएं लगाम

सभी देखें

नवीनतम

यूक्रेनी लोगों ने अमेरिकी सहायता का स्वागत किया, पुतिन को 50 दिन की मोहलत को बहुत लंबा बताया

भाषा विवाद के बीच चन्द्रबाबू नायडू का बड़ा बयान, दिया नरसिंह राव का उदाहरण

सुप्रीम कोर्ट ने मृत्युदंड पाए व्यक्ति को किया बरी, डीएनए साक्ष्य प्रबंधन पर दिए दिशानिर्देश

मेरठ में कावड़ यात्रा व सुरक्षा के मद्देनजर स्कूल कॉलेज 23 जुलाई तक बंद

दिल के दौरे से होने वाली मौतों का कोविड के टीके से कोई संबंध नहीं, कर्नाटक के मंत्री का स्पष्टीकरण

अगला लेख