इंदौर। दिल्ली के आयकर विभाग ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के ओएसडी प्रवीण कक्कड़, उनके भांजे राहुल पुरी और सलाहकार राजेंद्र कुमार मिगलानी के ठिकानों पर रविवार तड़के छापे मारे। बताया जा रहा है कि आयकर विभाग ने दिल्ली, भोपाल और इंदौर समेत कई शहरों के 50 से ज्यादा ठिकानों पर की गई। बताया जा रहा है कि इस छापेमारी में 16 करोड़ से ज्यादा की नकदी बरामद हुई। हालांकि आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। बताया जा रहा है कि चुनाव में हवाले के पैसों के इस्तेमाल की आशंका में यह छापेमारी की गई है।
यहां-यहां पड़े छापे : इस कार्रवाई में कमलनाथ के भांजे रातुल पुरी, अमिरा और मोजर बीयर कंपनी भी शामिल हैं।
इंदौर में कक्कड़ के विजय नगर स्थित शोरूम, बीएमसी हाइट्स स्थित ऑफिस, शालीमार टाउनशिप और जलसा गार्डन, भोपाल स्थित घर श्यामला हिल्स, प्लेटिनम कॉलोनी सहित अन्य स्थानों पर भी जांच की जा रही है।
बताया जा रहा है कि सर्विस के दौरान ही कई जांच चल रही थी। कार्रवाई में भोपाल में प्रतीक जोशी के घर से 9 करोड़ रुपए नकद राशि मिलने की बात सामने आ रही है। आयकर विभाग की टीम के दिल्ली में भी इनसे जुड़े कई ठिकानों पर छापे मारने की खबर है।
दिल्ली से CRPF की टीम थी साथ : कहा जा रहा है कि आयकर विभाग की टीम अपने साथ दिल्ली से ही सीआरपीएफ की टीम को लेकर आई थी। स्थानीय पुलिस को भी इस बात की भनक नहीं लगने दी कि वह कार्रवाई करने वाले हैं। इस पूरी कार्रवाई में निजी ट्रेवल एजेंसी की गाड़ियों का इस्तेमाल किया गया है।
छापों पर गरमाई सियासत : आयकर विभाग द्वारा की गई इस कार्रवाई पर प्रदेश की सियासत गरमा गई। वरिष्ठ भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के निजी सचिव के घर से आयकर विभाग के छापे में करोड़ों की काली कमाई बरामद हुई, इससे एक बात तो साफ़ हो गई कि जो चोर है उसे ही चौकीदार से शिकायत है।
इस पर पलटवार करने हुए मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता केके मिश्रा ने कहा कि चोर चौकीदार की जमात के वे चौकीदार कैलाश विजयवर्गीय प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के सहयोगियों के यहां आईटी सर्च पर ट्वीट कर रहे हैं, जिनके खिलाफ इंदौर के बहुचर्चित पेंशन घोटाले को लेकर सरकार के समक्ष अभियोजन की स्वीकृति लंबित है। कहावत है कि सूप तो सूप चलनी क्या बोले, जिसमें 72 छेद है।
जानिए कौन हैं प्रवीण कक्कड़ : प्रवीण कक्कड़ एक दबंग पुलिस अधिकारी रहे हैं। उन्हें राष्ट्रपति पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है। कक्कड़ कांग्रेस नेताओं के बेहद करीबी माने जाते हैं। 2004 से 2011 तक वह केन्द्रीय मंत्री रहे कांतिलाल भूरिया के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी (OSD) के रूप में काम कर चुके हैं।