मंदसौर कलेक्टर का इंकार, नहीं दे सकते मृत किसानों को एक करोड़

Webdunia
मंगलवार, 13 जून 2017 (14:33 IST)
भोपाल। किसान आंदोलन के दौरान मंदसौर जिले में पुलिस गोलीबारी में मारे गए किसानों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए देने से इंकार कर दिया है। कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव का कहना है कि यह राशि देना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है। इस संबंध में उन्होंने प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। 
 
उल्लेखनीय है कि गोलीबारी में किसानों की मौत के बाद मुख्‍यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने किसानों के परिजनों को एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की थी। दूसरी ओर कलेक्टर ने राशि देने से यह कहते हुए इंकार कर दिया है कि यह उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं हैं। इसके लिए उन्होंने शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। बताया जाता है कि मामला गृह विभाग पहुंचा तो वहां भी बजट का संकट खड़ा हो गया। फिलहाल मुख्‍यमंत्री की यह घोषणा फाइलों में अटक गई है। 
 
मुख्‍यमंत्री की घोषणा के दूसरे दिन तत्कालीन मंदसौर कलेक्टर स्वतंत्र कुमार सिंह को चेक जारी करने के लिए कहा गया था। तब कलेक्टर ने बजट का हवाला दिया तो उन्हें कहा गया था कि फिलहाल राशि जारी की जारी कर दें, बाद में उसे दूसरी मदों में समायोजित करें। कलेक्टर ने इसका प्रस्ताव तो बनाया, लेकिन राशि जारी नहीं की। इसके बाद सिंह का तबादला हो गया। दूसरी ओर वर्तमान कलेक्टर श्रीवास्तव ने सीधे तौर पर इस राशि को जारी करने से किनारा करके इसका प्रस्ताव बनाकर भोपाल भेज दिया।
Show comments

स्वाति मालीवाल मामले पर क्या बोलीं प्रियंका गांधी

स्वाति मालीवाल बोलीं- मेरे साथ जो हुआ वो बहुत बुरा था, थप्पड़ मारा गया, केजरीवाल के PA के खिलाफ FIR

iQOO Z9x 5G : लॉन्च हुआ सबसे सस्ता गेमिंग स्मार्टफोन, धांसू फीचर्स

Weather Updates : उत्तर पश्चिम भारत में लू की चेतावनी, दिल्ली में 45 डिग्री पहुंचेगा पारा, कई राज्‍यों में ऑरेंज अलर्ट

घने जंगल में बेफिक्र सो रहा था हाथियों का ये परिवार, IAS ने वीडियो शेयर किया और फिर...

NCW के सामने पेश नहीं हुए बिभव कुमार, स्वाति मालीवाल से बदसलूकी का मामला

कांग्रेस से बोले पीएम मोदी, बुंदेलखंड की धरती पर आकर देखों वीरता क्या होती है?

स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस से शिकायत में क्या कहा है? बताया किसने मारे थप्पड़ और लात-घूंसे

वायरल हुआ 13 मई का केजरीवाल हाउस का वीडियो, क्या बोलीं स्वाति मालीवाल?

कोवैक्सीन पर उठ रहे सवाल पर BHU के साइंटिस्ट प्रो. ज्ञानेश्वर चौबे के जवाब

अगला लेख