Live : मध्यप्रदेश के 9 जिलों में 394 से ज्यादा गांवों में बाढ़ ने मचाई तबाही

Webdunia
शनिवार, 29 अगस्त 2020 (22:18 IST)
भोपाल। मध्यप्रदेश के कई इलाकों में लगातार हो रही तेज बारिश से नर्मदा सहित कई नदियां उफान पर आ गई हैं। राज्य के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन गई है। नर्मदा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इंदौर में भी रुक-रुककर बारिश हो रही है। बाढ़ की स्थिति को देखते हुए एनडीआरएफ की दो टीम भी बुलाई है। सेना के हेलिकॉप्टर भी बुलाए गए हैं। मौसम विभाग ने भोपाल, ग्वालियर और होशंगाबाद संभाग सहित, मंदसौर, नीमच, रतलाम, आगर, शाजापुर, देवास, उज्जैन, बैतूल, भिंड, शिवपुरी और श्योपुर में भारी बारिश की आशंका जताई है।


11:35 PM, 29th Aug
इंदौर-इच्छापुर मार्ग पर स्थित मोरटक्का के पुल को बांधों से पानी छोड़े जाने के चलते आज आवागमन के लिए बंद कर दिया गया। जानकारी के अनुसार ओंकारेश्वर बांध के 21 गेटों से 25000 क्यूमेक्स पानी छोड़े जाने के चलते बड़वाह अनु विभाग के मोरटक्का स्थित नदी के पुल को आवागमन के लिए बंद कर दिया गया। नर्मदा का जलस्तर यहां खतरे के निशान से डेढ़ मीटर ऊपर पहुंच गया था।

छोटे वाहनों के लिए इसके समानांतर एक्वाडक्ट पुल से आवागमन चालू है। महेश्वर के भी समस्त घाट नर्मदा नदी में बाढ़ के चलते जलमग्न हो गए। सास बहू की छतरियां भी आधी से अधिक डूब गई तथा अष्टपैलू की 30 में से 15 सीढ़ियां भी डूब गईं।

स्थानीय प्रशासन ने नर्मदा किनारे बसे ग्रामों में मुनादी कर नागरिकों को अलर्ट रहने के लिए कहा है। साथ ही उनके रहने के लिए स्थान नियत कर आपदा प्रबंधन टीम को भी सचेत रहने के लिए कहा है। खरगोन जिले में हो रही बारिश के चलते देजला देवड़ा समेत 10 बड़े तालाब भी ओवरफ्लो हो गए। जिले में बीते 24 घंटों के दौरान 8.1 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई।

10:20 PM, 29th Aug
मध्यप्रदेश ‌में लगातार बारिश से‌ बिगड़े‌ हालात।    ‌‌ ‌‌‌‌‌‌‌‌                            
होशंगाबाद, रायसेन और सीहोर जिले में सेना‌ को‌ बुलाया गया।   ‌‌‌‌‌‌‌‌‌          ‌‌‌‌‌‌‌                  
प्रदेश के 9 जिलों में 394 से ज्यादा गांव में बाढ़ ने तबाही मचाई।
अब तक 7000 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
छिंदवाड़ा में बाढ़ में फंसे 5 लोगों को हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट किया गया।
होशंगाबाद, सीहोर और रायसेन जिले के कई गांव बाढ़ में घिर गए हैं।
कल‌ सुबह एयरफ़ोर्स के दो हेलीकॉप्टर होशंगाबाद, रायसेन और सीहोर के लिए आएंगे।
सरकार ने एयरफ़ोर्स से और हेलीकॉप्टर मांगे हैं।

07:05 PM, 29th Aug
इंदौर-खंडवा मार्ग पर नर्मदा नदी पर बने मोरटक्का ब्रिज पर भारी वाहन रोके गए।  होशंगाबाद ‌में आज दिन में लगभग 9 इंच बारिश दर्ज की गई। भोपाल में आज‌ दिन में 3 इंच बारिश दर्ज की गई।


05:51 PM, 29th Aug
होशंगाबाद में भारी बारिश के बाद दिखा नर्मदा नदी का रौद्र रूप। निचले इलाके से लोगों के रेस्क्यू करने के लिए NDRF की 2 टीमें तैनात की गईं।

05:51 PM, 29th Aug
मौसम विभाग ने मध्यप्रदेश के 6 जिलों में भारी बारिश को लेकर जारी किया रेड अलर्ट। दर्जनभर जिलों में भारी बारिश का ऑरेज अलर्ट।

05:50 PM, 29th Aug
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने लोगों से की अपील। डैम, नदी और झरने के किनारे नहीं जाएं। भोपाल में कलेक्टर ने की घरों में रहने की अपील।

05:50 PM, 29th Aug
भोपाल में लगातार भारी बारिश के बाद कोविड अस्पताल चिरायु में भराया पानी। सभी डैम के गेट खुलने से कोलार के निचले इलाकों में बाढ़ के हालात। कई बस्तियां खाली कराई गईं।

05:41 PM, 29th Aug
भारी बारिश के बाद मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले में नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, ऐसे में जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों की सहायता के लिए प्रशासन ने सेना से मदद मांगी है।
 
 एक अधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में भारी वर्षा के बाद होशंगाबाद जिला प्रशासन ने सेना से मदद मांगी है। इस बीच, मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान शनिवार को सीहोर और होशंगाबाद जिलों में नर्मदा नदी के किनारों पर बाढ़ और ओलावृष्टि से प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। 
होशंगाबाद के संभागायुक्त रजनीश श्रीवास्तव ने बताया कि नर्मदा नदी यहां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। मदद के लिए सेना से अनुरोध किया गया था और आशा है कि अगले कुछ घंटे में वे लोग यहां होंगे।

05:36 PM, 29th Aug
नर्मदा ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। जबलपुर में नर्मदा नदी में उफान से ग्वारीघाट डूब गया है। होशंगाबाद में शुक्रवार रात से हो बारिश से बाढ़ के हालात बन गए हैं। सेठानी घाट पूरी तरह से जलमग्न हो गया है। तवा, बरगी, बारना बांध के गेट खोलने से बाढ़ के हालात बन गए हैं। जलजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जिले में सेना बुलाई गई है।

05:36 PM, 29th Aug
ओंकारेश्वर बांध के 23 में से 21 गेट खोलकर नर्मदा नदी में पानी छोड़ा जा रहा है। इससे मोरटक्का में नर्मदा का जलस्तर शनिवार दोपहर 12 बजे 163.200 मीटर पर पहुंच गया है। खतरे का निशान 164 मीटर है। इंदौर-इच्छापुर राजमार्ग स्थित मोरटक्का पुल से भारी वाहनों की आवाजाही रोक दी है। छोटे वाहनों को निकाला जा रहा है। इंदिरा सागर व ओंकारेश्वर बांध से और पानी छोड़ने संभावना है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

कांवड़ यात्रा को बदनाम करने की कोशिश, CM योगी ने उपद्रवियों को दी चेतावनी

समुद्र में आग का गोला बना जहाज, 300 से ज्यादा यात्री थे सवार, रोंगटे खड़े कर देगा VIDEO

महंगा पड़ा कोल्डप्ले कॉन्सर्ट में HR मैनेजर को गले लगाना, एस्ट्रोनॉमर के CEO का इस्तीफा

संसद के मानसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक, बिहार में SIR पर विपक्ष ने उठाए सवाल

24 कंपनियों ने जुटाए 45,000 करोड़, IPO बाजार के लिए कैसे रहे 2025 के पहले 6 माह?

सभी देखें

नवीनतम

उपराष्ट्रपति धनखड़ चाहते थे सरकार और विपक्ष मिलकर काम करें : कपिल सिब्बल

Voter List को लेकर राहुल गांधी ने कांग्रेस नेताओं को किया आगाह, बोले- महाराष्ट्र की तरह मप्र में भी हो सकती है मतदाता सूची में छेड़छाड़

Jagdeep Dhankhar Resigns : जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से अचानक क्‍यों दिया इस्‍तीफा, सिर्फ खराब स्वास्थ्य या वजह कुछ और

मानसून की तबाही, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन से 4 लोगों की मौत, स्कूल बंद

mumbai train blasts : 2006 मुंबई ट्रेन सीरियल ब्लास्ट केस में सभी 12 आरोपी बरी, पीड़ितों ने कहा- न्याय की हत्या कर दी गई

अगला लेख