भोपाल। धनतेरस के दिन अगर आपको मध्यप्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में पूजा-पाठ होते दिखाई दें तो आप चौंक मत जाइएगा। प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा अर्चना की जाएगी। धनतेरस के दिन मेडिकल छात्र, डॉक्टर और अस्पताल में मरीजों के परिजन मिलकर भगवान धन्वंतरि की पूजा अर्चना करेंगे। इस फैसले की जानकारी खुद प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने दी है। 22 अक्टूबर को धनतेरस के दिन भोपाल और इंदौर के मेडिकल कॉलेज में आयोजित होने वाले पूजा-पाठ कार्यक्रम में चिकित्सा शिक्षा मंत्री शामिल होंगे।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने फैसले के पीछे की वजह बताते हुए कहा कि इसका उद्देश्य मध्यप्रदेश को स्वस्थ प्रदेश बनाना है। हिन्दू मान्यताओं के हसाब से धन्वंतरी भगवान विष्णु भगवान का ही अवतार है। उनकी पूजा स्वास्थ्य लाभ के लिए ही की जाती है।
वहीं सरकार के इस फैसले पर सियासत भी शुरु हो गई है। कांग्रेने कहा कि धनतेरस पर धन्वंतरि के साथ साथ मृत्यु लोक के देवता यमराज की भी पूजा होनी चाहिए। प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि धर्म की अधिक जानकारी के लिए मंत्री विश्वास सारंग को अच्छे ज्ञानी पंडित से बात करना चाहिए। क्योंकि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन यमराज की भी पूजा की जाती है तो उसे भी आगे बढ़ाया जाना चाहिए।
वहीं मीडिया सेल के अध्यक्ष केके मिश्रा ने ट्वीट कर लिखा कि 18 सालों के "धन-मंत्रियों" को अब याद आई भगवान "धनवंतरी" की याद, मेडिकल कॉलेजों में हर साल होगा "आरोग्य"के देवता का पूजन, अब तक "दिवाली" मनाते रहे, अब आई "आरोग्य" की याद। पहले ही यह सोचते तो कोरोना काल में निर्दोष लाशों के अंबार नहीं लगते! नौटंकी छोड़ स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान दीजिए।