आपकी ये फेवरेट चीज, बच्चों के लिए है जहर से भी ख़तरनाक , तुरंत संभल जाइए वरना बच्चों को हो सकते हैं ये नुकसान ...

WD Feature Desk
सोमवार, 25 नवंबर 2024 (13:26 IST)
caffeine side effects for kids

Harmful effects of tea-coffee on children: भारतीय परिवारों में दिन की शुरुआत चाय या कॉफ़ी से होना आम बात है। सुबह दिन की शुरुआत में चाय या कॉफ़ी पीने की आदत बहुत आम है लेकिन कई  बार घर के बड़ों की वजह से ये बच्चों की भी आदत हो जाती है।

आजकल बच्चे बड़े ही नहीं, बल्कि छोटे बच्चे भी चाय-कॉफी पीने के शौकीन हो रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आदत उनकी सेहत पर कितना नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है? आइए जानें कि क्यों चाय-कॉफी बच्चों के लिए खतरनाक मानी जाती है और इसे रोकने के लिए क्या किया जा सकता है।

चाय-कॉफी में मौजूद कैफीन कैसे डालता है बच्चों की सेहत पर प्रभाव  
चाय और कॉफी में मौजूद कैफीन एक शक्तिशाली उत्तेजक (stimulant) है, जो बच्चों के नर्वस सिस्टम को प्रभावित कर सकता है।

नींद की समस्या:
कैफीन बच्चों की नींद के पैटर्न को बिगाड़ सकता है, जिससे उन्हें पर्याप्त आराम नहीं मिल पाता।

चिड़चिड़ापन और बेचैनी:
कैफीन से बच्चों में अधिक चिड़चिड़ापन और बेचैनी हो सकती है।

पाचन तंत्र पर प्रभाव:
चाय और कॉफी में मौजूद टैनिन बच्चों के पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है।

हड्डियों पर प्रभाव:
चाय-कॉफी के अत्यधिक सेवन से बच्चों की हड्डियों में कैल्शियम का अवशोषण कम हो सकता है।

बच्चों में चाय-कॉफी की लत क्यों खतरनाक है?
बच्चों में चाय-कॉफी की लत जल्दी लग सकती है। इसका मुख्य कारण यह है कि बच्चे अक्सर बड़े लोगों को देखकर आदतें अपनाते हैं। अगर बच्चे चाय-कॉफी के आदी हो जाते हैं, तो इसका प्रभाव उनके मानसिक और शारीरिक विकास पर पड़ता है।

चाय-कॉफी के सेवन से बच्चों में होने वाली संभावित बीमारियां
मोटापा (Obesity):
चीनी के साथ चाय-कॉफी पीने से बच्चों में मोटापे की समस्या हो सकती है।

हृदय रोग (Heart Problems):
कैफीन का अधिक सेवन बच्चों के दिल की धड़कन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

डिहाइड्रेशन (Dehydration):
कैफीन मूत्रवर्धक (diuretic) होता है, जिससे बच्चों के शरीर में पानी की कमी हो सकती है।

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बच्चों को चाय-कॉफी की आदत से कैसे दूर रखें?
स्वस्थ विकल्प प्रदान करें:
बच्चों को चाय-कॉफी के बजाय दूध, नारियल पानी, या फलों का रस दें।

बड़ों के व्यवहार में बदलाव:
बच्चों को सही आदतें सिखाने के लिए खुद चाय-कॉफी का कम सेवन करें।

रूटीन में सुधार करें:
बच्चों के सोने और पढ़ाई के समय को व्यवस्थित करें ताकि उन्हें थकान महसूस न हो और चाय-कॉफी की जरूरत न पड़े।

धीरे-धीरे आदत छुड़ाएं:
अगर बच्चे चाय-कॉफी के आदी हो गए हैं, तो धीरे-धीरे इसकी मात्रा कम करें।

बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए जरूरी है कि वे चाय-कॉफी जैसे हानिकारक पेय पदार्थों से दूर रहें। उनका सही पोषण और आदतें ही उन्हें एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन की ओर ले जा सकती हैं।

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