दिल्‍ली में घुसपैठियों पर एक्‍शन, 121 अवैध बांग्लादेशी हिरासत में, भेजा जाएगा वापस

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शुक्रवार, 23 मई 2025 (18:02 IST)
Illegal Bangladeshis in custody : दिल्ली पुलिस ने भारत में अवैध रूप से रह रहे 121 बांग्लादेशियों को हिरासत में लिया और विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) के माध्यम से उन्हें निर्वासित करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। देश में विदेशी नागरिकों के अवैध प्रवेश और उन्हें ठहराने में शामिल एक संदिग्ध गिरोह की जांच के लिए नरेला औद्योगिक क्षेत्र थाने में भी मामला दर्ज किया गया है। मामले के संबंध में 5 भारतीयों से पूछताछ की गई है, जिनमें से एक को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 35(3) के तहत नोटिस जारी किया गया है।
 
एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि अवैध प्रवासियों को एक सप्ताह में ही पकड़ लिया गया साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि मामले में पांच भारतीयों से पूछताछ की गई। पुलिस उपायुक्त (बाहरी उत्तर) निधिन वलसन ने बताया, देश में विदेशी नागरिकों के अवैध प्रवेश और उन्हें ठहराने में शामिल एक संदिग्ध गिरोह की जांच के लिए नरेला औद्योगिक क्षेत्र थाने में भी मामला दर्ज किया गया है।
ALSO READ: मथुरा में पकड़े गए 90 बांग्लादेशी नागरिक, 10 साल से रह रहे थे
उन्होंने बताया कि मामले के संबंध में 5 भारतीयों से पूछताछ की गई है, जिनमें से एक को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 35(3) के तहत नोटिस जारी किया गया है। अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने पिछले सप्ताह व्यापक सत्यापन अभियान चलाया, जिसके दौरान 831 संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों के दस्तावेजों की जांच की गई। वलसन ने बताया, बिना वैध दस्तावेजों के देश में रह रहे 121 व्यक्ति पाए गए।
 
अधिकारी ने बताया कि अवैध प्रवेश और अप्रवासियों के निवास को सुगम बनाने के लिए जिम्मेदार गिरोह की जांच के लिए भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के साथ-साथ विदेशी अधिनियम, 1946 की धारा 14 (अधिनियम के प्रावधानों के उल्लंघन के लिए दंड आदि) और 14सी (उकसाने के लिए दंड) के तहत मामला दर्ज किया गया है। एक विशेष जांच दल (एसआईटी) मामले की जांच कर रहा है।
ALSO READ: दिल्ली में 5 नाबालिग समेत 13 बांग्लादेशी गिरफ्तार, 2 साल पहले एजेंट के जरिए घुसे थे भारत में
पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया कि इसमें शामिल पांच भारतीय अवैध रूप से रह रहे लोगों को संपत्ति किराए पर दे रहे थे। अधिकारी ने बताया कि पुलिस आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र और बिजली मीटर कनेक्शन सहित सरकारी दस्तावेजों की जालसाजी की भी जांच कर रही हैं।
 
उन्होंने बताया कि इन दस्तावेजों का इस्तेमाल इन अप्रवासियों को स्थानीय पहचान दिलाने के लिए किया गया था। अधिकारी ने बताया, संबंधित विभागों को नोटिस जारी कर दिए गए हैं। अगर इन जाली दस्तावेजों को बनाने में कोई संलिप्त पाया जाता है तो सरकारी अधिकारियों समेत सभी व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि मामले की जांच जारी है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

चीन की यह परियोजना भारत के लिए है 'वाटर बम', अरुणाचल के CM पेमा खांडू ने चेताया

nimisha priya : कैसे बचेगी भारतीय नर्स निमिषा प्रिया की जान, क्या होती है ब्लड मनी, किन हालातों में रुक सकती है फांसी

Donald Trump को Nobel Prize दिलाने के लिए उतावले क्यों हैं पाकिस्तान और इजराइल, क्या हैं नियम, कौन कर रहा है विरोध, कब-कब रहे हैं विवादित

बैकफुट पर CM रेखा गुप्ता, सरकारी आवास की मरम्मत का ठेका रद्द, जानिए कितने में हुआ था ठेका

Video : रिटायर होने के बाद क्या करेंगे गृह मंत्री अमित शाह, सहकारी कार्यकर्ताओं के सामने किया प्लान का खुलासा

सभी देखें

नवीनतम

Air India Plane Crash : अहमदाबाद विमान हादसे का खुलेगा राज, AAIB जल्‍द जारी करेगा जांच रिपोर्ट

Maharashtra : मासिक धर्म की जांच के लिए छात्राओं के कपड़े उतरवाए गए, 8 पर मामला दर्ज

धर्मांतरण रैकेट की जड़ें तलाशेगी ATS, छांगुर बाबा और नीतू एक हफ्ते के पुलिस रिमांड पर

वंदे भारत ट्रेन पर पथराव, यात्रियों में मची अफरातफरी, आरोपी गिरफ्तार

तहव्वुर राणा के खिलाफ NIA ने ठोका पहला चार्ज, 13 अगस्त तक बढ़ी न्यायिक हिरासत

अगला लेख