प्रदूषण के मद्देनजर दिल्ली के 300 किमी के दायरे में 11 में से 6 ताप विद्युत संयंत्र बंद

Webdunia
शुक्रवार, 22 जुलाई 2022 (14:48 IST)
नई दिल्ली। सरकार ने राज्यसभा में बताया कि दिल्ली के 300 किलोमीटर के दायरे में कोयले से चलने वाले कुछ बिजली संयंत्रों को पिछले वर्ष बंद करने से प्रदूषण के स्तर को कम करने में मदद मिली है। पिछले साल नवंबर में दिल्ली और एनसीआर में खतरनाक वायु गुणवत्ता के मद्देनजर 11 ताप विद्युत संयंत्रों में से 6 को बंद कर दिया गया था।
 
वायु गुणवत्ता के खराब श्रेणी में बने रहने के बाद इन निर्देशों को 15 दिसंबर तक बढ़ा दिया गया था। केंद्रीय पर्यावरण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने गुरुवार को राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में कहा कि यह सभी को पता है कि कोयला बहुत प्रदूषण फैलाने वाला ईंधन है। दिसंबर 2021 में दिल्ली के 300 किलोमीटर के दायरे में कोयला से चलने वाले कुछ बिजली संयंत्रों को बंद करने के साथ ही अन्य उपायों से प्रदूषण के स्तर को कम करने में मदद मिली है।
 
बीजू जनता दल के सांसद अमर पटनायक ने सवाल किया था कि क्या वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा दिसंबर 2021 में दिल्ली के आसपास कोयले से चलने वाले कुछ बिजली संयंत्रों को बंद करने से दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषण को कम करने में मदद मिली या नहीं?

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

PAN 2.0 Project : अब बदल जाएगा आपका PAN कार्ड, QR कोड में होगी पूरी कुंडली

तेलंगाना सरकार ने ठुकराया अडाणी का 100 करोड़ का दान, जानिए क्या है पूरा मामला?

Indore : सावधान, सरकारी योजना, स्कीम और सब्सिडी के नाम पर खाली हो सकता है आपका खाता, इंदौर पुलिस की Cyber Advisory

क्‍या एकनाथ शिंदे छोड़ देंगे राजनीति, CM पर सस्पेंस के बीच शिवसेना UBT ने याद दिलाई प्रतिज्ञा

संभल विवाद के बीच भोपाल की जामा मस्जिद को लेकर दावा, BJP सांसद ने शिव मंदिर होने के दिए सबूत

सभी देखें

नवीनतम

Bangladesh: ISCKON के चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी पर भारत ने बांग्लादेश को चमकाया

महाराणा प्रताप के वंशजों की लड़ाई: उदयपुर में विश्वराज सिंह और लक्ष्यराज सिंह के विवाद की पूरी कहानी

संविधान दिवस पर राहुल गांधी का पीएम मोदी पर बड़ा आरोप, जानिए क्या कहा?

LIVE: संभल में 30 नवंबर तक बाहरी लोगों की एंट्री पर रोक

ये है मुंबई का सबसे लंबा डिजिटल अरेस्ट, 1 महीने वॉट्सऐप कॉल पर रखा, 6 खातों से लूटे 3.8 करोड़

अगला लेख