नई दिल्ली। अडाणी मामले को लेकर कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर निशाना साध रही है। इस बीच सरकार ने मंगलवार को संसद में कहा कि बीमा कंपनी एलआईसी की सूचना के अनुसार वह निवेश करते समय सभी नियमों का सख्ती से पालन करती है। भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की तरफ से अडाणी समूह की कंपनियों में निवेश को लेकर कुछ तबकों में जताई जा रही चिंता के बीच यह बात कही गई है।
एलआईसी ने पिछले हफ्ते कहा था कि ऋण प्रतिभूतियों और बॉड के तहत अडाणी समूह की कंपनियों में उसका कुल निवेश 35,917.31 करोड़ रुपए है। वित्त राज्यमंत्री भागवत कराड ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी।
सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी के अनुसार अडाणी समूह की सभी कंपनियों में पिछले कई वर्षों में खरीदी गई इक्विटी शेयर का कुल खरीद मूल्य 30,127 करोड़ रुपए है और 27 जनवरी 2023 को बाजार बंद होने तक इनका बाजार मूल्य 56,142 करोड़ रुपए था। एलआईसी की प्रबंधन अधीन कुल संपत्ति (एयूल) 41.66 लाख करोड़ रुपए से अधिक है और अडाणी समूह में एलआईसी का निवेश उसके कुल प्रबंधन अधीन संपत्ति का एक प्रतिशत से भी कम है।
वित्त राज्यमंत्री ने कहा कि एलआईसी ने यह भी पुष्टि की है कि उसके निवेश के संबंध में ज्यादातर जानकारी पहले से ही सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है।
कराड ने कहा कि एलआईसी ने सूचित किया है कि उसके सभी निवेश बीमा अधिनियम, 1938 और आईआरडीएआई निवेश विनियम, 2016 के सांविधिक ढांचे का सख्त अनुपालन करते हुए किए जाते हैं तथा वे कंपनी संचालन व्यवस्था से दिशानिर्देशित होते हैं। भाषा Edited By : Sudhir Sharma