नई दिल्ली। स्थानीय अदालत में दायर आरोप पत्र में दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि आफताब अमीन पूनावाला एक ऐप के माध्यम से एक साथ कई महिलाओं को डेट कर रहा था और उनमें से एक को वह उस मकान पर भी लेकर गया था, जहां उसने अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वालकर के शव के टुकड़े छुपाए थे।
इस क्रूर अपराध की जानकारी देते हुए पुलिस ने आरोप लगाया है कि पूनावाला द्वारा श्रद्धा की बेहद क्रूरता से हत्या कर उसे रास्ते से हटाए जाने के पहले से ही वह डर के साए में जी रही थी और उसे लगातार अपनी जान को खतरा महसूस हो रहा था।
आरोप पत्र में कहा गया है कि पूनावाला ने पहले पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया और झूठा बयान दिया कि उसने वालकर की हत्या करने के बाद उसके शव के टुकड़े करके उसे जला दिया था और पत्थर पीसने वाली मशीन से हड्डियां पीस कर उन्हें हवा में उड़ा दिया है। पीटीआई-भाषा को उपलब्ध 6,629 पन्नों के आरोप पत्र के अनुसार वालकर की हत्या के तुरंत बाद आरोपी एक डेटिंग ऐप 'बम्बल' की मदद से कई महिलाओं के संपर्क में आया।
आरोप पत्र के अनुसार कि वह ऐसी ही एक महिला के संपर्क में आया, जो पेशे से मनोचिकित्सक थी और (उसे) अपने फ्लैट में बुलाया। हालांकि जब वह उसके (पूनावाला) फ्लैट पर जाती थी तो आफताब (पूनावाला) फ्रीज साफ कर देता था और श्रद्धा (वालकर) के शव के टुकड़ों को कभी रसोई के ऊपरी दराज में तो कभी निचले दराज में छुपा देता था।
गौरतलब है कि 28 वर्षीय पूनावाला ने 18 मई, 2022 को श्रद्धा वालकर की कथित रूप से गला घोंट कर हत्या कर दी और शव को टुकड़े-टुकड़े कर उसे ठिकाने लगाने से पहले करीब 3 सप्ताह तक घर में फ्रीज में रखा था। बाद में कई दिनों में उसने शव के टुकड़ों को शहर के अलग-अलग हिस्सों में ठिकाने लगा दिया था।
आरोप पत्र में कहा गया है कि आरोपी का दावा है कि उसकी 'बम्बल' ऐप के माध्यम से 2018-19 में श्रद्धा वालकर से दोस्ती हुई और बाद में दोनों को एक-दूसरे से 'प्यार हो गया'। आरोप पत्र के मुताबिक पूनावाला के बयान के अनुसार दोनों में पहली बार यौन संबंध 17 मई, 2019 को बने। हालांकि वालकर के परिवार ने एक प्रेग्नेंसी टेस्ट किट देख लिया और उनके संबंधों पर आपत्ति की जिसके बाद पूनावाला अक्टूबर 2019 में वालकर को मुंबई में किराए के मकान में ले आया।
आरोप पत्र के अनुसार वालकर को जब पता चला कि पूनावाला ऐप पर अन्य महिलाओं से भी बातें कर रहा है तो दोनों के संबंधों में खटास आ गई। उसमें कहा गया है कि पूनावाला की मंशा वालकर से छुटकारा पाने की थी, क्योंकि वह उसके साथ लड़ती थी और उसे परेशान करती थी। दिल्ली की एक अदालत ने दिल्ली पुलिस द्वारा दायर आरोप पत्र पर मंगलवार को संज्ञान लिया।(भाषा)