अमरनाथ यात्रियों में खुशी की लहर, पहलगाम मार्ग पर यात्रा फिर शुरू

Webdunia
शुक्रवार, 6 जुलाई 2018 (11:59 IST)
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में अमरनाथ यात्रा मार्गों पर हुए भूस्खलन और बारिश से सड़कों पर फिसलन के कारण अमरनाथ यात्रा दो दिनों तक स्थगित रहने के बाद शुक्रवार को पारंपरिक पहलगाम मार्ग पर शुक्रवार को यात्रा शुरू हो गई, लेकिन सबसे छोटे बालटाल मार्ग पर तीसरे दिन भी यात्रा स्थगित रही।


भारी बारिश, बाढ़ तथा भूस्खलन के कारण चार जुलाई को तीन तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी तथा तीन अन्य तीर्थयात्री घायल हो गए थे। बालटाल से पवित्र गुफा के लिए शुक्रवार की सुबह हेलीकॉप्टर सेवा शुरू कर दी गई। खराब मौसम के कारण कल हेलीकॉप्टर सेवा स्थगित कर दी गई थी और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी का दर्शन नहीं कर सके थे।

जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एवं श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अध्यक्ष एनएन वोहरा पारंपरिक पहलगाम तथा सबसे छोटे बालटाल मार्ग पर स्थित अग्रिम शिविरों का आज दौरा करेंगे। नुनवान पहलगाम आधार शिविर से तीर्थयात्रियों का जत्था, जिसमें महिलाएं और साधु भी शामिल हैं सुबह 'बम बम भोले और हर हर महादेव के जयघोष के साथ पारंपरिक मार्ग पर स्थित अंतिम पड़ाव चंदानवरी के लिए रवाना हुए।
कुछ तीर्थयात्री विशेषकर साधु पैदल ही अगले पड़ाव के लिए रवाना हुए। राजभवन के एक जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) ने बताया कि 60 दिनों तक चलने वाली यात्रा के आठवें दिन गुरुवार को 7450 तीर्थयात्रियों ने पवित्र गुफा बाबा बर्फानी के दर्शन किए। (वार्ता)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

आतंकियों से खतरा, वैष्णो देवी में नवरात्रों पर सुरक्षा प्रबंध चाक चौबंद का दावा

मोहम्मद यूनुस ने तोड़ा शेख हसीना का सपना

रोज 5 घंटे मोबाइल पर बिता रहे भारतीय, मोबाइल का मायाजाल जकड़ रहा जिंदगी

पुलिस कांस्टेबल का अश्लील वीडियो वायरल, महिला के साथ कार में मना रहा था रंगरैलियां

वित्त वर्ष में शेयर मार्केट ने दिया 5 फीसदी रिटर्न, मार्च में कैसी रही बाजार की चाल?

सभी देखें

नवीनतम

म्यांमार की मदद के लिए भारत ने चलाया 'ऑपरेशन ब्रह्मा', जानिए क्या-क्या भेजा

LIVE: कुणाल कामरा की मुश्किलें बढ़ीं, 3 थानों में दर्ज हुए मामले

मुंबई पुलिस के DCP सुधाकर पठारे की तेलंगाना में सड़क हादसे में मौत

म्यांमार में भूंकप से 1644 की मौत, चारों ओर तबाही का मंजर

म्यांमार में मुश्किलें कम नहीं, भूकंप की त्रासदी से उबरने का संघर्ष, विद्रोहियों से भी जंग

अगला लेख