28 जून से शुरू होगी अमरनाथ यात्रा, रेडियो फ्रीक्वेंसी से होगी श्रद्धालुओं की निगरानी

सुरेश एस डुग्गर
शनिवार, 13 मार्च 2021 (16:46 IST)
जम्मू। कोरोना के दूसरे दौर की दस्तक के बीच अमरनाथ यात्रा श्राइन बोर्ड ने इस साल खतरा मोल लेने का फैसला करते हुए इस बार की अमरनाथ यात्रा की तारीखें घोषित कर दी हैं। यात्रा में शिरकत करने के लिए कोई संख्या की कोई सीमा नहीं रखी गई है सिवाय कोरोना पाबंदियों के पालन के।
ALSO READ: जम्मू-कश्मीर में पुलिस चौकी पर आतंकियों ने फेंका ग्रेनेड, 2 पुलिसकर्मी घायल
अमरनाथ की वार्षिक यात्रा इस वर्ष 28 जून से शुरू होकर 22 अगस्त (रक्षाबंधन) तक जारी रहेगी। कुल मिलाकर 56 दिन की बाबा अमरनाथ की यात्रा पर देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।
 
वार्षिक अमरनाथ यात्रा में इस वर्ष आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सरकार की पहली प्राथमिकता है। यही वजह है कि इस बार यात्रा मार्ग पर रेडियो फ्रीक्वेंसी से यात्रियों की निगरानी की जाएगी। इसके लिए सरकार की ओर से आधार शिविरों, बालटाल और पहलगाम में आवश्यक कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा।

यात्रा शुरू करने से पहले श्रद्धालुओं को टैग दिए जाएंगे। इनकी मदद से यात्रा मार्ग के दौरान उन पर पूरी तरह से नजर रखी जाएगी। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं से जुड़ी हरेक जानकारी का डाटा एकत्रित किया जा सके। अगर किसी आपात स्थिति में श्रद्धालु को कोई मदद चाहिए होगी तो तुरंत उस तक मदद और उपस्थिति की सटीक जानकारी मिल सकेगी।
 
अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चेयरमैन व उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को राजभवन में सुबह 11 बजे बोर्ड सदस्यों की बैठक बुलाई थी। इसमें यात्रा के शेड्यूल सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई। बोर्ड सदस्यों को बैठक में ही एजेंडा दिया गया था।
 
बैठक में जम्मू और कश्मीर संभागीय प्रशासनों को यात्रा से जुड़े बुनियादी ढांचे को तैयार करने के बारे में जानकारी साझा की गई थी। दोनों संभागीय प्रशासन यात्रा की तैयारियां में जुटे हुए हैं। देशभर के कई राज्यों में कोविड संक्रमण की वापसी को देखते हुए इस बार यात्रा में कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना होगा।
 
गौरतलब है कि पिछले दो महीनों से इस बार बाबा अमरनाथ की यात्रा को सफल और पहले से और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए बैठकों का दौर जारी है।

श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर नितेश्वर कुमार की अध्यक्षता में करीब 5 बार बैठकें हो चुकी हैं। इसमें सीईओ नितेश्वर कुमार ने श्रद्धालुओं के पंजीकरण, सुरक्षा के लिए किए जा रहे बंदोबस्त सहित हेलीकॉप्टर सुविधा व यात्रा मार्ग पर लंगरों की व्यवस्था बारे भी रूपरेखा तैयार की है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख