नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को आयोजित होने वाला बीटिंग रिट्रीट समारोह भारतीय शास्त्रीय संगीत पर आधारित धुनों से सराबोर रहेगा। उन्होंने कहा कि इस दौरान देश का सबसे बड़ा ड्रोन शो भी होगा, जिसमें 3,500 स्वदेशी ड्रोन शामिल होंगे।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि रविवार को विजय चौक पर भव्य कार्यक्रम के दौरान नॉर्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक के अग्रभाग पर पहली बार रंग-बिरंगी रोशनी के जरिये विभिन्न आकृतियों को प्रदर्शित किया जाएगा। बीटिंग रिट्रीट समारोह गणतंत्र दिवस समारोह के औपचारिक समापन का प्रतीक है। मंत्रालय ने कहा कि भारतीय शास्त्रीय रागों पर आधारित धुनें इस साल बीटिंग द रिट्रीट समारोह का आकर्षण होंगी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू समारोह की शोभा बढ़ाएंगी।
बयान में कहा गया कि सेना, नौसेना, वायु सेना और राज्य पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के संगीत बैंड द्वारा 29 मनोरम धुनें बजाई जाएंगी।
इसमें कहा गया कि समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल होंगे। इस दौरान देश का सबसे बड़ा ड्रोन शो भी होगा, जिसमें 3,500 स्वदेशी ड्रोन शामिल होंगे। बयान में कहा गया कि शानदार ड्रोन शो के दौरान शाम के समय रायसिना हिल को रोशन करेगा और राष्ट्रीय हस्तियों के कई रूप पेश किए जाएंगे।
यातायात एडवायजरी जारी : परामर्श के अनुसार रविवार अपराह्न दो बजे से रात साढ़े नौ बजे तक यातायात पाबंदियां लागू रहेंगी और विजय चौक यातायात के लिए बंद रहेगा।
परामर्श में कहा गया है कि रफी मार्ग पर सुनहरी मस्जिद गोलचक्कर से कृषि भवन गोलचक्कर के बीच, दारा शिकोह गोलचक्कर से आगे, कृष्णा मेनन मार्ग गोलचक्कर और सुनहरी मस्जिद विजय चौक की ओर यातायात के आवागमन की अनुमति नहीं होगी। कर्तव्य पथ पर विजय चौक और “सी” हेक्सागन के बीच यातायात पाबंदी रहेगी।
इसमें कहा गया है कि यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे रिंग रोड, रिज रोड, अरबिंदो मार्ग, मदरसा टी प्वाइंट, लोधी रोड, सुब्रमण्यम भारती मार्ग, सफदरजंग रोड, कमल अतातुर्क मार्ग, रानी झांसी रोड, मिंटो रोड आदि जैसे वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें।
परामर्श में कहा गया है कि रविवार को अपराह्न दो बजे से रात साढ़े नौ बजे तक बसों का सामान्य मार्ग परिवर्तित किया जाएगा, ताकि आमंत्रितों और दर्शकों के वाहनों को सुविधा हो सके तथा समारोह स्थल एवं इंडिया गेट के आसपास की सड़कों पर यातायात जाम की स्थिति से बचा जा सके। एजेंसियां