देहरादून। चार धाम यात्रा के लिए उत्तराखंड के केदारनाथ और बद्रीनाथ के साथ-साथ यमुनोत्री और गंगोत्री में युद्धस्तर पर विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।
गढ़वाल मंडल के आयुक्त विनोद शर्मा ने मंगलवार को यहां कैंप कार्यालय में चार धाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि इस यात्रा का आध्यात्मिक महत्व होने के साथ ही इसका राज्य की आर्थिक दृष्टि से भी महत्व है।
उन्होंने संबंधित जिलाधिकारियों को राजस्व, पुलिस, लोक निर्माण विभाग और पर्यटन के अधिकारियों की संयुक्त टीम बनाकर यात्रा मार्गों का भौतिक सर्वे कर पाई जाने वाली कमियों को अगले एक माह में दुरुस्त करने का निर्देश दिया। यात्रा मार्ग पर पेयजल, शौचालयों की पर्याप्त संख्या में व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। किसी प्रकार की विपरीत स्थिति होने पर प्रशासन के अधिकारी यात्रियों के सम्पर्क में रहें।
शर्मा ने दुर्घटना सम्भावित स्थलों पर विशेष सावधानी बरतने का निर्देश देते हुए कहा कि भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में ऐसी व्यवस्थाएं की जाएं कि मार्ग अधिक समय तक बाधित न रहे। इसके लिए चिन्हित स्थलों पर जेसीबी और अन्य आवश्यक उपकरणों सहित सक्षम स्तर के अधिकारी/अभियंता तैनात किए जाएं।
उन्होंने अधिकारियों को यात्रा के दौरान ओवर लोडिंग और शराब पीकर गाड़ी नहीं चलाने पर लगातार नजर रखने का भी निर्देश दिया। ऐसा करने वालों पर सख्त कार्यवाही की जाए। चार धाम यात्रा के दौरान ढाबों पर खाने-पीने की वस्तुओं की रेट लिस्ट अनिवार्य रूप से प्रदर्शित की जाए। जिला प्रशासन अपने-अपने क्षेत्राधिकार में इसकी रेंडम चेकिंग करे। यात्रा बसों पर यात्रा बोर्ड लगे होने चाहिए।
शर्मा ने डीजीबीआर, लोक निर्माण विभाग और राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को यात्रा मार्ग पर यात्रा प्रारम्भ होने से पूर्व अपेक्षित मरम्मत और सुधार कार्य पूरा करने के भी निर्देश दिए। यात्रा ऋषिकेश से प्रारम्भ होती है। बसों का संचालन संयुक्त रोटेशन समिति के माध्यम से होगा। परिवहन विभाग यात्रा से पूर्व ग्रीन कार्ड की व्यवस्था सुनिश्चित करे और यात्रा मार्गों पर चेक पोस्टों की स्थापना कर ली जाए।
बैठक में पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) पुष्पक ज्योति, हरिद्वार के जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन, चमोली के जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन, रुद्रप्रयाग की जिलाधिकारी सुश्री रंजना, उत्तरकाशी के जिलाधिकारी आशीष कुमार श्रीवास्तव, विभिन्न जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक, मंदिर समिति और संयुक्त रोटेशन समिति के पदाधिकारी सहित अन्य वरिष्ठ विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। (वार्ता)