LAC : अरुणाचल प्रदेश के पास चीन ने बनाया बहुत बड़ा गांव, पेंटागन की रिपोर्ट में खुलासा

Webdunia
मंगलवार, 9 नवंबर 2021 (17:11 IST)
नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास चीन द्वारा बनाया गया गांव, जिसका उल्लेख हाल ही में पेंटागन की एक रिपोर्ट में किया गया है, उस इलाके में है जिस पर चीन का नियंत्रण है। यह बात सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने मंगलवार को कही है।
 
सैन्य और सुरक्षा घटनाक्रम पर अमेरिकी विभाग की वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश सेक्टर में एक विवादित क्षेत्र में एक बड़ा गांव बनाया है।
चीन के नियंत्रण वाले क्षेत्र में गांव : सूत्रों के मुताबिक ऊपरी सुबनसिरी जिले में विवादित सीमा के साथ लगता गांव चीन के नियंत्रण वाले क्षेत्र में है। उसने वर्षों से उस क्षेत्र में सेना की एक चौकी बनाए रखी है और चीनियों द्वारा किए गए कई तरह के निर्माण कार्य थोड़े समय में नहीं हुए हैं। सूत्रों ने कहा कि गांव चीन ने उस इलाके में बनाया है जिस पर उसने करीब 6 दशक पहले कब्जा किया था।
 
क्या है लोंगजू घटना : सूत्रों के मुताबिक इस गांव का निर्माण चीन ने उस इलाके में किया है, जिस पर 1959 में जनमुक्ति सेना (पीएलए) ने अरुणाचल प्रदेश के सीमांत क्षेत्र में एक ऑपरेशन में असम राइफल्स की चौकी पर हमले के बाद कब्जा कर लिया था। इसे लोंगजू घटना के तौर पर जाना जाता है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

बांग्लादेश में कई हिंदू मंदिरों पर हुआ हमला, भारत ने जताई चिंता, सरकार से की यह मांग

क्या महाराष्ट्र में सरप्राइज देगी BJP, एकनाथ शिंदे डिप्टी CM बनने को तैयार

अडाणी की 11 कंपनियों में से 5 के शेयरों में तूफानी तेजी, 8 दिन में बदल गए हालात, 15 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी

हेमंत सोरेन ने झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, INDIA की 10 पार्टियों के नेता मौजूद रहे

Honda Activa e की इंट्री, Ola, Ather, TVS और Bajaj की उड़ी नींद, फीचर्स से मचा देगी धमाल

सभी देखें

नवीनतम

क्या सुनियोजित साजिश थी संभल हिंसा, 3 सदस्यीय न्यायिक आयोग करेगा जांच

LIVE: संभल में सुरक्षा सख्‍त, कोर्ट में आज पेश नहीं होगी मस्जिद सर्वे रिपोर्ट

महाराष्ट्र में कब होगा नई सरकार का गठन, मुख्यमंत्री चेहरे और मंत्रिमंडल के फॉर्मूले पर फंस गया पेंच?

एकनाथ शिंदे ने बताया, कब मिलेगा महाराष्‍ट्र को नया मुख्‍यमंत्री?

कैग रिपोर्ट में खुलासा, बिहार में डॉक्टरों की भारी कमी, बिना वैध लाइसेंस चल रहे हैं ब्लड बैंक

अगला लेख