कांग्रेस ने उठाया सवाल, केंद्र सरकार बताए कि वह कश्मीर में क्या कदम उठा रही है?

Webdunia
शुक्रवार, 3 जून 2022 (16:55 IST)
नई दिल्ली। कांग्रेस ने कश्मीर घाटी में लक्षित हत्या की घटनाओं को लेकर शुक्रवार को केंद्र सरकार पर तीखा प्रहार किया और पूछा कि अब सरकार को दुष्प्रचार की बजाय यह बताना चाहिए कि वह सामान्य स्थिति बहाल करने तथा हत्याओं को रोकने के लिए क्या कदम उठा रही है? पार्टी के नेता और सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि शांति बहाली के लिए सरकार को संबंधित पक्षों से बात करनी चाहिए और जम्मू-कश्मीर की जनता तथा राजनीतिक दलों को विश्वास में लेना चाहिए।

ALSO READ: टारगेट किलिंग के खौफ से पलायन को मजबूर कश्मीरी पंडित सरकारी कर्मचारियों की जुबानी, कश्मीरी हिंदुओं में आतंक की पूरी कहानी
 
उन्होंने कहा कि मैं एक कश्मीरी पंडित हूं। मुझे इस बात का दुख है कि कश्मीर के मुद्दे का समाधान करने में कुशल राजनीतिक नेतृत्व की कमी दिखती है। यह जटिल मुद्दा है। अगर आपका संवेदनशील चेहरा होता है, समावेशी चेहरा होता है तो चीजें नियंत्रण में आ जाती है।
 
तन्खा ने कहा कि मैंने पहले भी कहा था और आज भी कह रहा हूं कि कश्मीर का मुद्दा अनुच्छेद 370 या किसी कानून से बड़ा है। अगर आप को कश्मीर के मुद्दे का निदान करना है और अगर आप शांति चाहते हैं तो आपको संबंधित पक्षों से बात करनी होगी। संबंधित पक्षों से बात किए बिना वहां शांति नहीं लाई जा सकती। सरकार की ओर से ऐसा कोई प्रयास होता नहीं दिख रहा।

ALSO READ: कश्मीर पर बड़े एक्शन की तैयारी, शुक्रवार को अमित शाह लेंगे हाईलेवल बैठक
 
उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार सिर्फ दुष्प्रचार कर रही है। कांग्रेस नेता ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में छह-सात साल से राज्यपाल शासन है। 8 साल से केंद्र में भाजपा की सरकार है। अब आप (सरकार) यह आरोप नहीं मढ़ सकते कि 60 साल में क्या हुआ? आपसे देश पूछना चाहता है कि आपने कश्मीर के लिए क्या ठोस कदम उठाए, कश्मीर को लेकर आपका श्वेत पत्र कहां है?
 
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी हर छोटी बात पर ट्वीट करते हैं। काश, प्रधानमंत्री कश्मीर को लेकर भी ट्वीट करते। तन्खा ने कहा कि हम केंद्र सरकार से अपील करते हैं कि आप सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए जरूरी कदम उठाइए और इस बारे में देश को बताइए। दूसरे दलों को विश्वास में लीजिए। पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना दिखाइए।
 
उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिया जाना चाहिए तथा दुष्प्रचार करने की बजाय ठोस कदम उठाना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि हत्याओं को रोकने के लिए जरूरी कदम 24 घंटे में उठाए जाने चाहिए। यह पूछे जाने पर कि वह जिन संबंधित पक्षों से बातचीत करने की बात कर रहे हैं, क्या उनमें अलगाववादी भी शामिल हैं तो तन्खा ने कहा कि यह यहां चर्चा का विषय नहीं है। यह सरकार तय करेगी कि किससे बात करनी है।
 
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में गुरुवार को आतंकवादियों ने बैंक परिसर में एक बैंक कर्मचारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। कश्मीर घाटी में एक मई से लक्षित हत्या करने के 8 मामले आ चुके हैं। जम्मू क्षेत्र के सांबा जिले की रहने वाली एक शिक्षिका की आतंकवादियों ने कश्मीर के कुलगाम में मंगलवार को हत्या कर दी थी। वहीं, 18 मई को आतंकवादी उत्तरी कश्मीर के बारामूला में एक शराब की दुकान में दाखिल हुए और ग्रेनेड फेंका जिससे जम्मू के रहने वाले एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि 3 अन्य घायल हो गए।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख