तपोवन। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने सोमवार को कहा कि उत्तराखंड के चमोली जिले के रेणी क्षेत्र में आई विकराल बाढ़ से एनटीपीसी (NTPC) की निर्माणाधीन 480 मेगावाट तपोवन-विष्णुगॉड परियोजना को लगभग 1500 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
यहां तपोवन में क्षतिग्रस्त बैराज क्षेत्र का निरीक्षण करने के बाद केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि अभी नुकसान का ठीक-ठीक आकलन करने में समय लगेगा, लेकिन अनुमानित 1500 करोड़ रुपए के लगभग परियोजना को नुकसान हुआ है।
क्षतिग्रस्त परियोजना के पूरा होने को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री सिंह ने कहा कि पहले इस परियोजना के पूरे होने की समय सीमा 2028 तय की गई थी, लेकिन अब यह कब होगा यह आकलन के बाद ही तय हो पाएगा।
आपदा के कारण परियोजना को हुए नुकसान को देखते हुए उसे रद्द किए जाने की आशंका के बारे में सिंह ने कहा कि इसे रोके जाने की कोई योजना नहीं है और यह फिर से शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तपोवन में सुरंग में फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना और अन्य एजेंसियों की मदद से कार्यवाही जारी है। उन्होंने बताया कि हादसे में लापता लोगों में यहां काम करने वाले स्थानीय लोगों के साथ बाहरी प्रदेशों के कामगार भी थे।