जम्मू। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जम्मू दौरे से दो दिन पहले जम्मू के सुंजवां सैन्य इलाके के पास हुई मुठभेड़ में 2 आतंकी मारे गए हैं। जम्मू झोन के एडीजीपी मुकेश कुमार ने आतंकियों को मार गिराने की पुष्टि की।
यह मुठभेड़ उस समय शुरू हुई जब आतंकियों ने सीआईएसएफ के 15 जवानों को ड्यूटी पर ले जा रही बस पर हमला बोला था। इस हमले में सीआईएसएफ का एक एएसआई भी शहीद हो गया तथा 11 अन्य जवान जख्मी हो गए। इस बीच बारामुल्ला में गुरुवार सुबह से चल रही मुठभेड़ में आज तड़के एक और आतंकी को ढेर कर दिए जाने के साथ ही मारे गए आतंकियों की संख्या बढ़ कर चार हो गई है।
पुलिस ने बताया कि आतंकियों ने यह हमला सुबह सवा चार बजे के करीब बजे सुंजवां के जलालाबाद क्षेत्र में चड्डा कैंप के पास हुआ। सीआईएसएफ के 15 जवानों को लेकर बस जैसे ही कैंप से निकली थी, पास छुपे आतंकियों ने हमला बोल दिया। इसके बाद आतंकी एक घर में जा छुपे और उनसे आरंभ हुई मुठभेड़ समाचार भिजवाए जाने तक जारी थी। मुठभेड़ में दो आतंकियों के मारे जाने की खबर है पर इसकी आधिकारिक पुष्टि पुलिस ने अभी तक नहीं की थी।
सुंजवां में पिछले 19 सालों में यह दूसरा आतंकी हमला था। इससे पहले 28 जून 2003 और 18 फरवरी 2018 में दो बार आतंकियों ने सुंजवां में स्थित ब्रिगेड मुख्यालय पर हमले बोले थे जिनमें कुल 30 लोग मारे गए थे जिनमें 21 जवान भी शामिल थे।
सुंजवां में जारी मुठभेड़ के उपरांत जम्मू शहर के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। शहर के भीतरी एवं बाहरी क्षेत्रों में स्थित नाकों से हर गुजरने वाले वाहनों की तलाशी ली जा रही है।
मुठभेड़ में 11 घायल जवानों को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है। इनकी पहचान हैड कांस्टैबल बलराज निवासी बलोट कठुआ, एसपीओ साहिल शर्मा निवासी ज्यौड़ियां अखनूर, हैड कांस्टेबल प्रमोद पात्रा निवासी ओडिशा, सीआईएसएफ का कांस्टेबल आमिर सोरना निवासी असम और सीआईएसएफ कांस्टेबल बिट्टल के रूप में हुई है।