सरकारी बैंकों की नि:शुल्क सेवाओं में कटौती नहीं

Webdunia
गुरुवार, 11 जनवरी 2018 (08:24 IST)
नई दिल्ली। भारतीय बैंक संघ (आईबीए) ने बैंकों की नि:शुल्क सेवाओं को समाप्त करने को लेकर सोशल मीडिया पर चल रही खबरों को आधारहीन और गलत बताया। संघ ने स्पष्ट किया कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की नि:शुल्क सेवाओं में 20 जनवरी से कोई कमी नहीं की जा रही है, बल्कि बैंक व्यावसायिक एवं परिचालन लागत की लगातार समीक्षा करते हैं और मामलों के आधार पर शुल्कें तय करते हैं।
 
सोशल मीडिया में इसको लेकर चल रही अफवाहों का पुरजोर तरीके से खंडन करते हुए आईबीए ने कहा कि जिस तरह की अफवाहें फैलाई जा रही है उस तरह से कभी भी नि:शुल्क सेवाओं को पूरी तरह समाप्त नहीं किया जा सकता है।
 
आईबीए ने कहा कि बैंक व्यावसायिक एवं परिचालन लागत की लगातार समीक्षा करते रहते हैं और उसी के आधार पर एक-एक मद के शुल्क भी तय करते हैं। उसने सोशल मीडिया पर चल रही खबरों को आधारहीन और गलत बताते हुए कहा कि रिजर्व बैंक ने शुल्कों के संबंध में अब तक कोई निर्देश या दिशा-निर्देश जारी नहीं किया है। (वार्ता) 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Changur Baba : छांगुर बाबा की पूरी कहानी, धर्मांतरण का रैकेट और करोड़ों की संपत्ति, STF और ATS के चौंकाने वाले खुलासे

भारत में पहली बार डिजिटल जनगणना : अब खुद भर सकेंगे अपनी जानकारी

प्रियंका और माही की बीमारी के आगे क्‍यों लाचार हुए पूर्व CJI, क्‍या है उनका बंगला कनेक्‍शन

UP : अंबेडकरनगर सरकारी आवास से मिले 22.48 लाख रुपए के 100 और 500 के पुराने नोट, ACMO की 11 साल पहले हुई थी मौत, बेड और अटैची से मिलीं नोटों की गड्डियां

क्यों डरे हुए हैं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, घर और बाहर दोनों जगह घिरे

सभी देखें

नवीनतम

भारत में काम के घंटे पर नए सिरे से तेज होती बहस

LIVE : महागठबंधन का बिहार बंद, जहानाबाद में ट्रेन रोकी

पुलवामा हमले के लिए ई-कॉमर्स साइट से खरीदा गया था विस्फोटक, FATF की रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा

Marathi Hindi Controversy : व्यापारियों के विरोध प्रदर्शन के खिलाफ मनसे की रैली, शिवसेना मंत्री को प्रदर्शनकारियों ने घेरा

विधवा महिला ने लगाया अपने देवर पर बलात्कार का आरोप, पुलिस ने शुरू की जांच

अगला लेख