लद्दाख में भारतीय सेना का पराक्रम : सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण 20 चोटियों पर वर्चस्व, चीन से कमांडर लेवल की बातचीत

Webdunia
सोमवार, 21 सितम्बर 2020 (07:29 IST)
नई दिल्ली। भारत और चीन की सेनाओं के बीच कोर कमांडरों की छठे दौर की वार्ता सोमवार को होने का कार्यक्रम है। इसमें मुख्य रूप से पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों के सैनिकों को पीछे हटाना और तनाव घटाने पर बनी 5 सूत्री सहमति के क्रियान्वयन पर मुख्य रूप से ध्यान केंद्रित किया जाएगा। सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि दोनों पक्ष एक और दौर की वार्ता करने जा रहे हैं, वहीं भारत ने पैंगोंग झील के करीब टकराव वाले स्थानों के आसपास 20 से अधिक पर्वत चोटियों पर अपना वर्चस्व मजबूत कर लिया है।
 
उन्होंने बताया कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) से चीन की ओर मोल्दो में सुबह 9 बजे यह वार्ता शुरू होने वाली है। सूत्रों ने बताया कि भारतीय प्रतिनिधिमंडल में पहली बार विदेश मंत्रालय से एक संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी के इसमें हिस्सा होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि भारत इस वार्ता में कुछ ठोस नतीजे निकलने की उम्मीद कर रहा है।
ALSO READ: राजनाथ के बयान के बाद बौखलाए चीन ने उगला 15 जून का सच...
शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) से अलग 10 सितंबर को मास्को में विदेश मंत्री एस. जयशंकर और उनके चीनी समकक्ष वांग यी के बीच हुई एक बैठक में दोनों पक्ष सीमा विवाद हल करने पर एक सहमति पर पहुंचे थे।
 
इन उपायों में सैनिकों को शीघ्रता से हटाना, तनाव बढ़ाने वाली कार्रवाई से बचना, सीमा प्रबंधन पर सभी समझौतों एवं प्रोटोकॉल का पालन करना और एलएसी पर शांति बहाल करने के लिए कदम उठाना शामिल हैं।
 
वार्ता में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदरसिंह करने वाले हैं, जो लेह स्थित भारतीय थलसेना की 14वीं कोर के कमांडर हैं जबकि चीनी पक्ष का नेतृत्व मेजर जनरल लियू लिन के करने की संभावना है, जो दक्षिण शिंजियांग सैन्य क्षेत्र के कमांडर हैं। एक सूत्र ने कहा कि वार्ता में भारत टकराव वाले स्थानों से चीनी सैनिकों को पूर्ण रूप से हटाए जाने पर जोर देगा।
सूत्रों ने बताया कि दोनों पक्ष एक और दौर की वार्ता करने जा रहे हैं, वहीं भारत ने पैंगोंग झील के करीब टकराव वाले स्थानों के आसपास 20 से अधिक पर्वत चोटियों पर अपना वर्चस्व मजबूत कर लिया है।
 
सूत्रों ने यह भी बताया कि भारतीय वायुसेना के बेड़े में हाल ही में शामिल किए राफेल लड़ाकू विमान लद्दाख में उड़ान भरेंगे। पिछले तीन हफ्तों में हवाई फायरिंग करने की तीन घटनाओं सहित चीनी सैनिकों के उकसावे वाली कार्रवाइयों के मद्देनजर अपनी तैयारियों को समग्र रूप से बढ़ाने के तहत ऐसा किया जाएगा।
 
वायुसेना में इन लड़ाकू विमानों को शामिल किए जाने के 10 दिनों से भी कम समय के अंदर लद्दाख में उनकी तैनाती की जाने वाली है। अंबाला में 10 सितंबर को एक समारोह में 5 राफेल विमानों को वायुसेना में शामिल किया गया था।
ALSO READ: Fact Check: क्या भारत-चीन तनाव के बीच 80 हजार से अधिक सैनिकों ने मांगी Sick Leave? जानिए पूरा सच
इस अवसर पर वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने कहा था कि सुरक्षा परिदृश्य पर विचार करते हुए राफेल लड़ाकू विमानों को शामिल करने का इससे अधिक उचित समय नहीं हो सकता था। राफेल बेड़े को अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर रखा गया है। एक सूत्र ने अधिक ब्योरा दिये बगैर बताया कि राफेल लड़ाकू विमान लद्दाख के आसपास उड़ान भर रहे हैं।
 
सूत्रों ने बताया कि सेना ने पैंगोंग झील के उत्तरी एवं दक्षिणी तटों के आसपास के सामरिक महत्व की 20 से अधिक पर्वत चोटियों तथा चुशुल के विस्तारित सामान्य क्षेत्र में भी पिछले कुछ दिनों में अपना वर्चस्व बढ़ाया है जबकि इलाके में हाड़ कंपा देने वाली ठंड है।
ALSO READ: चीन को चुनौती, दुनिया की कोई ताकत भारतीय सैनिकों को गश्त से नहीं रोक सकती...
वायुसेना ने सुखोई 30 एमकेआई, जगुआर और मिराज 2000 जैसे अग्रिम पंक्ति के लड़ाकू विमान पूर्वी लद्दाख में अहम सीमांत एयर बेस पर, वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तथा अन्य स्थानों पर तैनात किए जा चुके हैं।
 
सूत्रों ने बताया कि थलसेना ने सैनिकों की मौजूदा संख्या कायम रखने और पूर्वी लद्दाख तथा अत्यधिक ऊंचाई वाले अन्य संवेदनशील स्थानों पर सर्दियों के महीने में विषम परिस्थिति के लिए सारे इंतजाम कर रखे हैं, जब तापमान शून्य से 20 डिग्री सेल्सियस नीचे चला जाता है। उन्होंने बताया कि झील के उत्तरी एवं दक्षिणी तटों पर तथा टकराव वाले अन्य स्थानों पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Changur Baba : छांगुर बाबा की पूरी कहानी, धर्मांतरण का रैकेट और करोड़ों की संपत्ति, STF और ATS के चौंकाने वाले खुलासे

भारत में पहली बार डिजिटल जनगणना : अब खुद भर सकेंगे अपनी जानकारी

प्रियंका और माही की बीमारी के आगे क्‍यों लाचार हुए पूर्व CJI, क्‍या है उनका बंगला कनेक्‍शन

UP : अंबेडकरनगर सरकारी आवास से मिले 22.48 लाख रुपए के 100 और 500 के पुराने नोट, ACMO की 11 साल पहले हुई थी मौत, बेड और अटैची से मिलीं नोटों की गड्डियां

क्यों डरे हुए हैं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, घर और बाहर दोनों जगह घिरे

सभी देखें

नवीनतम

वडोदरा में पुल गिरने से 10 की मौत, हादसे का जिम्मेदार कौन?

काशी में बढ़ा गंगा का जलस्तर, विश्वविख्यात गंगा आरती का स्थान 10 फीट पीछे हटाया गया

कांग्रेस ने पूछा, जेन स्ट्रीट ने अवैध कमाई के 44,000 करोड़ अमेरिका भेजे, सरकार कैसे वापस लाएगी?

Tejaswi Yadav: क्या बिहार चुनाव में नरेन्द्र मोदी और नीतीश कुमार का चक्रव्यूह तोड़ पाएंगे तेजस्वी यादव?

महागठबंधन का बिहार बंद, राहुल और तेजस्वी का EC दफ्तर तक मार्च

अगला लेख