भारत को पाकिस्तान से लेने हैं 1000 अरब रुपए, वसूली के लिए कोर्ट में याचिका

Webdunia
सोमवार, 21 मार्च 2022 (19:59 IST)
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को उस जनहित याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया, जिसमें विभाजन के समय पाकिस्तान द्वारा भारत से लिए गए कर्ज की वसूली का अनुरोध किया गया था, जो कि अब बढ़कर करीब एक हजार अरब रुपए तक पहुंच चुका है।
 
याचिका में आरोप लगाया गया कि इस राशि की वसूली के लिए केंद्र सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी और न्यायमूर्ति नवीन चावला की पीठ ने कहा कि यह सरकार से जुड़ी नीति का मामला है और अदालत इस संबंध में कोई निर्देश जारी नहीं कर सकती।
 
पीठ ने कहा कि यह मुद्दा सरकार के संज्ञान में है और वह जो चाहे कदम उठा सकती है तथा अदालत इस संबंध में कोई निर्देश जारी नहीं कर सकती।
 
अदालत ने इसके साथ ही ओम सहगल की याचिका का निपटारा कर दिया, जिसमें दलील दी गई कि पाकिस्तान लगातार कश्मीर समेत भारत पर हमला करने के लिए भारत सरकार के पैसे का ही उपयोग कर रहा है। याचिका में कहा गया कि पड़ोसी देश द्वारा छेड़ी गई लड़ाई के कारण अनेक सैनिक अपनी जान गंवा चुके हैं।
 
केंद्र सरकार का पक्ष रख रहे अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल (एएसजी) चेतन शर्मा ने कहा कि याचिकाकर्ता की भावनाएं सही हो सकती हैं, लेकिन यह नीतिगत मुद्दा है और इसे सरकार पर ही छोड़ देना चाहिए।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

कठुआ मुठभेड़ में 2 आतंकी ढेर, पुलिस हेडकांस्टेबल शहीद, 7 सैनिक हुए घायल

महाराष्ट्र में कब होंगे विधानसभा चुनाव? आयोग ने बताई डेडलाइन

UP : संगीत सोम ने को-ऑपरेटिव के एआर को दी ऑफिस से उठाने की धमकी, ऑडियो वायरल

फोन पर प्यार भरी बातें, कमरे में बुलाकर हमबिस्तर, बिहार में सेक्सटॉर्शन गैंग का भंडाफोड़, करते थे 3 से 4 लाख की वसूली

Hyundai IPO : हुंडई ला रही है सबसे बड़ा आईपीओ, निवेशक क्यों कर रहे हैं बेसब्री से इंतजार?

सभी देखें

नवीनतम

नसरल्लाह की मौत के बाद भी लेबनान में इजराइल का हमला, जानिए क्या है टारगेट?

उत्तराखंड सरकार की कौशल विकास योजना, 15 युवाओं को जर्मनी में मिली नौकरी

भारी बारिश से नेपाल में हाहाकार, बिहार के 13 जिलों में अलर्ट

पीएम मोदी आज महाराष्ट्र को देंगे 11 हजार करोड़ की सौगात, पुणे की मेट्रो को दिखाएंगे हरी झंडी

तमिलनाडु कैबिनेट में बड़ा फेरबदल, उदयनिधि को बनाया डिप्‍टी CM, सेंथिल बालाजी की हुई वापसी

अगला लेख