पहलगाम हमले में बची जलगांव की महिला, जानिए पति से क्या कहा?
दोस्तों के साथ घूमने के लिए कश्मीर गई थी जलगांव की नेहा, आतंकी हमले के समय पति से कर रही थी बात
नेहा वाघुलाडे भी छुट्टियां मनाने निकले लोगों के एक समूह के साथ पहलगाम गई थीं और मंगलवार अपराह्न को वह भी वहां बैसरन घास के मैदान की प्राकृतिक सुंदरता को निहार रही थीं। तभी हवा में गोलियों की आवाजें गूंजने लगीं और पहलगाम के ऊपरी इलाकों में घास के मैदान जल्द ही नरसंहार स्थल के रूप में बदल गए, जहां आतंकवादियों ने 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी। मारे गए लोगों में अधिकतर पर्यटक थे।
घूमने गया समूह पहलगाम में था और काम में व्यस्त होने के कारण मैं 2 दिनों से उनसे संपर्क में नहीं था। मंगलवार को अपराह्न करीब 2 बजे जब मैंने उसे फोन किया तो उसने बताया कि गोलीबारी हो रही है और आतंकवादियों द्वारा हमला किया जा रहा है। उसने मुझे बताया कि वह सुरक्षित है और बाद में मुझसे संपर्क करेगी। वह घबराई हुई लग रही थी और फिर उसने फ़ोन काट दिया, जिससे मैं समझ गया कि मामला कितना गंभीर था।
तुषार वाघुलाडे ने बताया कि शाम साढ़े सात से आठ बजे के बीच उसने मुझे बताया कि वह ठीक है। उसने एंबुलेंस के बारे में बताया और कहा कि और अधिक सुरक्षाकर्मी आ रहे हैं। उसने कहा कि कुछ पर्यटकों की मौत हो गई है, लेकिन उसका समूह सुरक्षित है। सेना ने तेजी से कार्रवाई की और उन्होंने पहले पर्यटकों को वाहनों तथा एंबुलेंसों में छिपाया, जिसके बाद सभी को हमले वाली जगह से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। कई पर्यटकों ने वहीं रात बिताई।
edited by : Nrapendra Gupta