मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया की वापसी!

विकास सिंह
मंगलवार, 21 जनवरी 2020 (09:20 IST)
मध्य प्रदेश में पिछले कई दिनों से खासा सक्रिय ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रदेश में धमाकेदार वापसी की है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के एक साल बाद भी सत्ता और संगठन में बेहतर तालमेल के लिए और मंत्रियों के कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज करने की लगातार शिकायत के बाद पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संगठन और सरकार में बेहतर तालमेल के लिए एक समन्वय समिति का गठन किया है। 
 
कांग्रेस महासचिव और प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया की अध्यक्षता में बनी सात सदस्यीय कमेटी में मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के साथ पार्टी महाचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी शामिल किया गया है। इसके साथ समिति में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव, कैबिनेट मिनिस्टर जीतू पटवारी और मीनाक्षी नटराजन को भी शामिल किया गया है। 
 
इसके साथ ही कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश में घोषणा पत्र लागू करवाने के लिए भी समिति का भी गठन किया है। जिसमें महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण अध्यक्ष और मुख्यमंत्री कमलनाथ, प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया और अर्जुन मोढ़वाडिया सदस्य होंगे।
दिसंबर 2018 में प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के बाद यह पहला मौका है कि जब सिंधिया को किसी अहम समिति में शामिल किया गया है। इससे पहले सिंधिया लगातार लोगों की समस्या को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर खासा चर्चा में रहे। पिछले दिनों भोपाल के चार दिनों के दौरे पर आए ज्योतिरादित्य सिंधिया का प्रदेश सरकार के मंत्रियों के घर पहुंचना और उनके साथ डिनर करने के बाद प्रदेश की सियासत गर्म थी। भोपाल के मैराथन दौर के दौरान जब मीडिया ने सिंधिया से मध्य प्रदेश सरकार के कामकाज को लेकर सवाल पूछा था तो उन्होंने साफ कहा था कि प्रदेश के विकसा के लिए अभी तक उनसे कोई चर्चा नहीं की गई है जब इस बारे में पूछा जाएगा तो वे अपनी राय जरुर देंगे।   
 
मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी कहते हैं कि सरकार और संगठन में बेहतर समन्वय के लिए सिंधिया जी जैसे वरिष्ठ राजनेताओं को शामिल करने से वचन पत्र का पालन और अधिक मजबूती के साथ होगा। वह कहते हैं कि हमेशा लोकतंत्र में किसी भी दल की सरकार होने पर संगठन हमेशा मार्गदर्शन और मॉनिरिटिंग करता रहे तो उसके लाभ हमेशा होते है और सिंधिया जी जैसे परिपक्व और वरिष्ठ राजनेता का समन्वय समिति में होने से निश्चित ही कांग्रेस को लाभ मिलेगा। वहीं सिंधिया की वापसी के सवाल पर पंकज चतुर्वेदी कहते हैं कि सिंधिया जी प्रदेश से कहीं गए ही नहीं थे और वह लगातार प्रदेश के अलग अंचलों का दौरा कर सीधे कार्यकर्ताओं के संपर्क में थे। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Weather Update : हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में बादल फटने से मची तबाही, हल्द्वानी में नहर में गिरी कार, वायनाड में बाढ़ और भूस्खलन की चेतावनी

TTP के हमले में विंग कमांडर अभिनंदन को पकड़ने वाले पाक मेजर की मौत, फिर सामने आई आतंकीस्तान की सचाई

CBSE का बड़ा निर्णय, साल में 2 बार होंगी class 10 एक्जाम, पहली बार फरवरी तो दूसरी बार मई में एग्जाम

RBI ने कॉल मनी के लिए बाजार समय 1 जुलाई से 2 घंटे बढ़ाया, सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक होगा कार्यकाल

फ्रांस की महिला पर्यटक के साथ उदयपुर में बलात्कार, यौन उत्पीड़न के मामले में अमेरिका ने पर्यटकों को किया था आगाह

सभी देखें

नवीनतम

ट्रंप का बड़ा बयान, चीन से हुई ट्रेड डील, भारत के साथ होने वाला है बहुत बड़ा व्यापार समझौता

खाकी वर्दी पर अभद्र टिप्पणी करने वालों को पुलिस ने सिखाया सबक, आरोपी बोले महिलाएं हमारी मां - बहन

अहमदाबाद में जगन्नाथ रथयात्रा के दौरान बेकाबू हुआ हाथी, वीडियो वायरल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज रतलाम में करेंगे "एमपी राइज 2025" का शुभारंभ

एयर इंडिया के विमान के बाएं विंग के नीचे फंसी घास, मुंबई हवाई अड्डे पर 5 घंटे से अधिक समय तक रोका

अगला लेख