रोहिणी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा, मैं राजनीति छोड़ रही हूं और अपने परिवार से नाता तोड़ रही हूं। संजय यादव और रमीज ने मुझसे यही करने को कहा था। मैं सारा दोष अपने ऊपर ले रही हूं। रोहिणी आचार्य के आरोपों पर अभी तक आरजेडी या संजय यादव की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा चुनाव से कुछ दिनों पहले ही लालू यादव ने पहले ही बड़े बेटे तेज प्रताप को परिवार और पार्टी से बेदखल कर चुके है। तेज प्रताप ने जनशक्ति पार्टी बनाकर महुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा लेकिन वे तीसरे नंबर पर रहे।
बिहार विधानसभा चुनाव में राजद 23 फीसदी वोट शेयर हासिल करने के बाद भी मात्र 25 सीटें ही जीत सकी। यहां तक महागठबंधन के सीएम उम्मीदवार तेजस्वी यादव भी राघोपुर विधानसभा सीट पर संघर्ष करते दिखाई दिए।
रोहिणी आचार्य ने बीते साल सारण लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन वे भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी से चुनाव हार गई थीं।
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