एलओसी पर फिर घमासान, नहीं सुधरा पाकिस्तान

सुरेश एस डुग्गर
श्रीनगर। पाक सेना ने अब उड़ी सेक्टर में मोर्चा खोला है। उड़ी सेक्टर में एलओसी के पास पाकिस्तान ने एक बार फिर संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए भारी गोलाबारी की। भारतीय सेना ने गोलाबारी का कड़ा जवाब दिया, जिसमें पाकिस्तान की कई चौकियों के तबाह होने की खबर है। समाचार लिखे जाने तक गोलाबारी जारी थी।


हालांकि अभी तक इस गोलाबारी में भारतीय क्षेत्र में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं मिली है। पाक सेना लगातार बिना किसी उकसावे के भारतीय इलाके में गोलाबारी करती रहती है। इस गोलाबारी की आड़ में पाकिस्तान आतंकवादियों की भारत में घुसपैठ कराता है।

रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया पाक सेना ने स्वचालित एवं छोटे हथियारों व मोर्टार से भारतीय चौकियों पर निशाना साधा। हमारे जवान बड़ी मुस्तैदी से इसका जवाब दे रहे हैं। हालांकि, अभी तक इस ओर से किसी तरह के जान एवं माल की हानि की खबर नहीं है।

सेना के एक अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने गुरुवार की शाम उड़ी सेक्टर के कमलकोट इलाके में बिना उकसावे के गोलाबारी शुरू कर दी। भारतीय सेना ने संघर्ष विराम उल्लंघन की इस कार्रवाई का मुंह तोड़ जवाब दिया। अधिकारी ने बताया कि आधी रात के बाद दो बजे गोलाबारी थोड़ी थमी, लेकिन पाक सैनिकों ने सुबह होते ही फिर गोलीबारी शुरू कर दी।

जवाबी कार्रवाई में दुश्मन को जबरदस्त क्षति पहुंचाई गई है। यह दावा भारतीय सेना के अधिकारियों ने किया है। 5 नवंबर को बारामुला जिले के उड़ी सेक्टर में सेना और सुरक्षाबलों के जवानों ने आतंकी घुसपैठ की बड़ी कोशिश को नाकाम किया था। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो आतंकियों को मार गिराया था।

बताया जा रहा है कि आतंकियों ने सेना पर फायरिंग की, जिसके बाद सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई में दो आतंकियों को ढेर कर दिया। मारे गए आतंकी पाकिस्तानी सेना की बॉर्डर एक्शन टीम यानी बैट के सदस्य थे।

याद रहे जम्मू कश्मीर के एलओसी से सटे राजौरी जिले के नौशहरा सेक्टर में पाकिस्तानी सैनिकों ने पिछले साल 27 दिसंबर को भारतीय सेना की चौकियों पर छोटे हथियारों से गोलीबारी की थी, लेकिन इस हमले में भारतीय सेना का कोई जवान हताहत नहीं हुआ था।

इससे पहले, 23 दिसंबर को पाकिस्तान के सैनिकों ने राजौरी के केरी सेक्टर में सीमा पार से गोलीबारी की थी, जिसमें भारत के चार जवान शहीद हो गए थे और एक जवान घायल हो गया था। इसके बाद भारतीय जवानों ने 25 दिसंबर को रावलकोट के रुख चखरी सेक्टर में बदले की कार्रवाई को अंजाम दिया था और तीन पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया था। इस कार्रवाई में एक पाकिस्तानी सैनिक घायल भी हुआ था।

बीते साल पाकिस्तान की तरफ से तीन गुना ज्यादा संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया। वर्ष 2016 में 228 बार पाकिस्तानी सेना ने बिना किसी कारण के गोलीबारी की तो वर्ष 2017 में उसके हौसले और ज्यादा बढ़ गए। अधिकारियों के मुताबिक, 2017 में 871 बार सीज फायर का उल्लंघन किया गया।

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