मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार देर रात यहां राजभवन में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को अपना इस्तीफा सौंप दिया। राजभवन के सूत्रों ने बताया कि राज्यपाल ने ठाकरे का इस्तीफा स्वीकार कर लिया और उन्हें वैकल्पिक व्यवस्था होने तक मुख्यमंत्री पद पर बने रहने को कहा।
ठाकरे मर्सिडीज कार चलाते हुए राजभवन पहुंचे। उद्धव ठाकरे ने उनके नेतृत्व वाली एमवीए सरकार को गुरुवार को विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए राज्यपाल द्वारा दिए गए निर्देश पर रोक लगाने से सुप्रीम कोर्ट के इनकार के बाद अपने इस्तीफे की घोषणा की। उन्होंने फेसबुक पर भावुक संबोधन के बाद इस्तीफे की घोषणा की।
बेटे के साथ पहुंचे : ठाकरे के साथ उनके बेटे आदित्य और तेजस के साथ-साथ शिवसेना नेता नीलम गोरहे तथा अरविंद सावंत और अन्य लोग भी थे। ठाकरे रात 11 बजकर 44 मिनट पर राजभवन में राज्यपाल कोश्यारी से मिले। ठाकरे के साथ पहुंचे शिवसेना कार्यकर्ताओं ने उनके काफिले के राजभवन पहुंचने पर नारेबाजी की। बाद में ठाकरे उपनगरीय बांद्रा स्थित अपने आवास 'मातोश्री' लौट गए।
अब फडणवीस सरकार : ठाकरे के इस्तीफे के बाद अब भाजपा शिवसेना के बागियों के समर्थन से राज्य में सरकार बना सकती है। भाजपा सूत्रों के मुताबिक नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री पद की कमान संभाल सकते हैं। वर्तमान विधानसभा में भाजपा के पास कुल 106 विधायक हैं। शिवसेना के बागियों और साथ ही कुछ निर्दलीय विधायकों के समर्थन से भाजपा सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है। सरकार बनाने के लिए 288 सदस्यीय राज्य विधानसभा में 144 विधायकों का समर्थन ज़रूरी है।
भाजपा खेमे में जश्न : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के इस्तीफे की घोषणा के बाद भाजपा के कई विधायक और वरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मुंबई स्थित आवास पर एकत्रित हुए और एमवीए सरकार के गिरने पर एक-दूसरे को बधाई दी। इन नेताओं में से कई ने कहा कि फडणवीस जल्द ही राज्य की कमान संभालेंगे। पूर्व मंत्री और भाजपा नेता चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि आखिरकार सच्चाई की जीत हुई। भाजपा विधायक नितेश राणे ने कहा कि फडणवीस हमेशा कहते थे कि वे सदन में लौटेंगे। अब, समय आ गया है। वे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में वापसी करेंगे। महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने फडणवीस को मिठाई खिलाई। इस दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार और गिरीश महाजन भी मौजूद थे।
भाजपा के नेताओं का तंज : भाजपा नेताओं ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद उन पर तंज कसा और इसके लिए उन्होंने उन्हें उनके कर्मों तथा शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की विरासत की याद दिलाई। भाजपा महासचिव व महाराष्ट्र के प्रभारी सी टी रवि ने एक ट्वीट में कहा कि कर्म किसी को भी नहीं छोड़ता है। कि इस ट्वीट के साथ ही उन्होंने पालघर हिंसा से जुड़ी एक तस्वीर भी शेयर की।
रवि ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में इस्तीफा देने की उद्धव ठाकरे की घोषणा का मैं स्वागत करता हूं। वे उसी दिन समझ गए थे कि उन्होंने बहुमत खो दिया है जब शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे ने हिन्दुत्व से धोखा करने के लिए विद्रोह कर दिया था। उनके कार्यकाल ने साबित कर दिया है कि अवसरवादी गठबंधन नहीं टिकता है। उन्होंने इसे महाराष्ट्र और छत्रपति शिवाजी महाराज की जीत बताया।
भाजपा सचिव व पार्टी के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा कि बालासाहेब ठाकरे ऐसे व्यक्ति थे जो सत्ता में न रहते हुए भी सरकारों को नियंत्रित कर सकते थे। वहीं, दूसरी तरफ उनके पुत्र अपनी ही पार्टी पर नियंत्रण नहीं रख सके, वह भी सत्ता में रहते हुए।
बागी विधायकों के घरों में कड़ी सुरक्षा : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद पुलिस ने शिवसेना के बागी विधायकों के आवासों और कार्यालयों की सुरक्षा कड़ी कर दी है। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में बागी विधायकों के गुरुवार सुबह मुंबई पहुंचने की उम्मीद है। उन्हें लेकर एक चार्टर्ड विमान बुधवार रात गोवा के डाबोलिम हवाईअड्डे पर उतरा। वे फिलहाल पणजी के पास दोना पावला स्थित एक पांच सितारा होटल में ठहरे हुए हैं।
सुरक्षा के मुद्दे पर एक अधिकारी ने कहा कि उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद पूरे महाराष्ट्र में किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस अलर्ट पर है। अधिकारी ने कहा कि बागी विधायकों के आवासों और कार्यालयों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर पुलिसकर्मियों और एसआरपीएफ को तैनात किया गया है। पुलिस को आशंका है कि शिवसेना के कार्यकर्ता पार्टी के बागी विधायकों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतरेंगे और उसी के अनुसार सुरक्षा कड़ी की गई है। (एजेंसियां)