बिहार में 'ठाकुर' पर बवाल, भाजपा विधायक नीरज बबलू बोले- पटककर तोड़ देता मुंह

Webdunia
बुधवार, 27 सितम्बर 2023 (12:38 IST)
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद मनोज झा के ठाकुरों पर दिए बयान पर बवाल मच गया। राजद विधायक चेतन आनंद और भाजपा विधायक नीरज बबलू ने ज्ञा के बयान की आलोचना करते हुए उन्हें जमकर लताड़ लगाई। नीरज बबलू ने कहा कि मेरे सामने बोलने तो पटककर मुंह तोड़ देता।
 
पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह के बेटे चेतन आनंद ने कहा कि हम ठाकुर हैं साहब!! सबको साथ लेकर चलते हैं। इतिहास में सबसे अधिक बलिदान हमारा है। समाजवाद में किसी एक जाति को टार्गेट करना समाजवाद के नाम पर दोगलापन के अलावा कुछ नहीं।
 
उन्होंने कहा कि जब हम दूसरों के बारे में गलत नही सुन सकते तो अपने (ठाकुरों) पर अभद्र टिप्पणी बिल्कुल नही बर्दाश्त करेंगे। उन्होंने लिखा कि माननीय संसद मनोज झा के विचारों का पुरजोर विरोध।
 
मीडिया खबरों के अनुसार, भाजपा विधायक नीरज बबलू ने भी कहा कि अगर मनोज झा ने उनके सामने इस तरह का बयान दिया होता तो पटककर मुंह तोड़ देते। उन्होंने कहा कि ठाकुरों ने देश की रक्षा की। अगर ठाकुर नहीं होते तो हिंदुस्तान का नाम मुगलिस्तान होता। उन्होंने सवाल किया कि मनोज झा ने यह क्यों नहीं कहा कि अपने अंदर के रावण को मारो।
 
उल्लेखनीय है कि राज्यसभा में महिला रिजर्वेशन बिल पर भाषण देते हुए राजद सांसद प्रो. मनोज झा ने ओमप्रकाश वाल्मीकि की एक कविता 'ठाकुर का कुआं' संसद में सुनाई थी। उन्होंने तीखे शब्दों में यह कविता सुनाई थी। 
Edited by : Nrapendra Gupta 
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

UP : संभल में कैसे भड़की हिंसा, 3 लोगों की मौत का कौन जिम्मेदार, औवेसी का भी आया बयान, क्या बोले पुलिस अधिकारी

दैत्यों के साथ जो होता है, वही हुआ, महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों पर बोलीं कंगना रनौत

मराठवाड़ा में महायुति की 46 में से 40 सीटें, क्या फेल हो गया मनोज जरांगे फैक्टर

संभल मामले में अखिलेश यादव का बड़ा बयान, हिंसा के लिए इन्‍हें ठहराया जिम्मेदार

बावनकुले ने बताया, कौन होगा महाराष्‍ट्र का अगला मुख्‍यमंत्री?

सभी देखें

नवीनतम

वैष्णोदेवी में रोपवे का विरोध हो गया हिंसक, हड़ताल और पत्थरबाजी में दर्जनभर जख्मी

LIVE: दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव में NSUI ने जीता अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद

Maharashtra : 30 घंटे में CM तय नहीं तो महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन, जानिए क्या कहता है नियम

महाराष्ट्र से लाई गई बाघिन जीनत को सिमिलिपाल अभयारण्य में छोड़ा

विजयपुर में हार के बाद छलका रामनिवास रावत का दर्द, कहा बढ़ते कद से कुछ लोगों ने भाजपा कार्यकर्ताओं का बरगलाया

अगला लेख