सातों दिन काम करेगा शिक्षा मंत्रालय, शिक्षा मंत्री का बड़ा फैसला

Webdunia
शनिवार, 10 जुलाई 2021 (21:08 IST)
नई दिल्ली। मोदी सरकार ने कैबिनेट में फेरबदल करते हुए पूर्व पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को देश का नया शिक्षा मंत्री बनाया है। इनसे पहले रमेश पोखरियाल निशंक शिक्षा मंत्रालय का कार्यभार संभाल रहे थे।

शिक्षा मंत्रालय के कामकाज के तरीकों में बड़ा बदलाव किया जा रहा है। मीडिया खबरों के अनुसार शनिवार को ऐलान किया गया किया गया कि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय अब हफ्ते में सात दिन तक काम करेगा। अब शनिवार और रविवार को भी काम होगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को कहा था कि उनका ध्यान नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के उद्देश्यों को समयबद्ध तरीके से हासिल करने पर होगा।

प्रधान ने तीन नवनियुक्त शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी, सुभाष सरकार और राजकुमार रंजन सिंह के साथ एनईपी के कार्यान्वयन में प्रगति की समीक्षा की। मंत्रियों ने मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी), अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई), केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) जैसे स्वायत्त संस्थानों के प्रमुखों से भी बातचीत की। प्रधान ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि 34 वर्षों के बाद, एक नई शिक्षा नीति पेश की गई है।

एनईपी हमारी सरकार द्वारा 2014 में किए गए वादों का परिणाम है। आज हमारा प्राथमिक एजेंडा इसे जमीन पर उतारना है। उन्होंने कहा कि आज, हमने देशभर में 30 करोड़ से अधिक विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य को सुनिश्चित करने और एनईपी के उद्देश्यों को समयबद्ध तरीके से प्राप्त करने के लिए चर्चा की।

मैं नीति को धरातल पर लागू करने और अपने पूर्ववर्तियों द्वारा पहले से उठाये गये कदमों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हूं। उन्होंने कहा कि वे सबसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों में से एक ऐसे मंत्रालय को सौंपे जाने के लिए आभारी हैं, ‘‘जिसका नेतृत्व मौलाना अबुल कलाम आजाद जैसे लोगों ने किया था। उन्होंने कहा कि देश में एक भी घर ऐसा नहीं है जिसके लिए शिक्षा महत्वपूर्ण न हो और इस क्षेत्र को दिशा देने की बड़ी जिम्मेदारी इस कार्यालय की है। भारत औद्योगिक क्रांति 4.0 में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

अगले दो वर्षों में भारत 100 प्रतिशत इंटरनेट से जुड़ा होगा और एनईपी 2020 के जरिये देश ‘सब का साथ, सब का विकास और सब का विश्वास’ हासिल करेगा।  प्रधान के पास कौशल विकास और उद्यमिता विभाग भी है, जबकि राजकुमार रंजन सिंह विदेश राज्य मंत्री भी हैं।

प्रधान ने कहा कि शिक्षा और विदेश मामलों का एक मजबूत संबंध है और विदेश मंत्रालय में सिंह की भागीदारी मंत्रालयों और विद्यार्थियों दोनों के लिए फायदेमंद होगी। उन्होंने कहा कि भारतीय युवाओं को तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा सकता है- औपचारिक शिक्षा, आंगनवाड़ी प्रणाली और जो कौशल बल का हिस्सा हो सकते हैं। (इनपुट भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख