मुंबई। भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को उन खबरों का खंडन किया, जिसमें दावा किया गया था कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में 2 बार की सांसद प्रीतम मुंडे को शामिल नहीं करने से उनकी बड़ी बहन पंकजा मुंडे नाराज हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें बदनाम करने और अफवाहों को फैलने से रोका जाना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपने मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल किया और 12 मंत्रियों को हटाकर कुल 43 मंत्रियों को शपथ दिलाई, जिनमें 4 मंत्री महाराष्ट्र से हैं। कयास लगाए जा रहे थे कि प्रीतम मुंडे को भी मंत्री पद दिया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
जब बहन प्रीतम मुंडे को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं करने से पंकजा मुंडे के नाराज होने की खबरों के बारे में पूछा गया तो फडणवीस ने सवाल किया, आपको किसने बताया कि वे नाराज हैं? कृपया अफवाह नहीं फैलाएं और उनको बदनाम नहीं करें।
वह नासिक में बातचीत कर रहे थे। दिवंगत भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे की बेटी प्रीतम मुंडे बीड लोकसभा क्षेत्र से भाजपा की सांसद हैं। उनकी बड़ी बहन पंकजा मुंडे देवेंद्र फडणवीस सरकार में मंत्री थीं, लेकिन वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में वह अपने गढ़ पराली सीट से हार गईं।
महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष फडणवीस ने उन कयासों को भी सिरे से खारिज कर दिया कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल करने के साथ शिवसेना के साथ भाजपा के गठबंधन की संभावना भी समाप्त हो गई है।
उन्होंने कहा, कोई भी फैसला राजनीतिक कयासों पर नहीं लिया जाता। राणे को उनकी क्षमता की वजह से शामिल किया गया है। गौरतलब है कि हाल में शिवसेना से समझौते के सवाल पर फडणवीस ने कहा कि था कि सेना और भाजपा दुश्मन नहीं है और परिस्थितियों के अनुसार गठबंधन का फैसला लिया जाएगा।
भाजपा से अलग होकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए एकनाथ खडसे के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की जांच के सवाल पर फडणवीस ने कहा, कानून अपना काम करेगा। भाजपा बदले की राजनीति में विश्वास नहीं करती।(भाषा)