रेल बजट को लेकर विपक्ष ने साधा निशाना, बताया बांटो और राज करो की नीति का अजीब उदाहरण

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
बुधवार, 31 जुलाई 2024 (05:00 IST)
नई दिल्ली। विपक्ष ने वित्त वर्ष 2024-25 के रेल बजट को भेदभावपूर्ण करार देते हुए मंगलवार को कहा कि यह बजट बांटो और राज करो की केंद्र की नीति का अजीब उदाहरण है। रेल मंत्रालय के नियंत्रणाधीन अनुदान की मांगों पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस के कोडिकुन्निल सुरेश ने कहा कि 2024-25 के लिए सरकार द्वारा लाया गया रेल बजट गैर-भाजपाई राज्य सरकारों के साथ भेदभावपूर्ण है। उन्होंने कहा कि भारतीय रेल का बजट ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह ही बांटो और राज करो की नीति का अजीब उदाहरण है।
 
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद की कांग्रेस सरकारों ने रेलवे को हर किसी की पहुंच के लिए सक्षम बनाया था और गरीब से अमीर सभी वर्ग के लोगों को यात्रा में आसानी होती थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में राजधानी और शताब्दी एक्सप्रेस के अलावा लंबी दूरी की अन्य रेलगाड़ियों की शुरुआत की गई थी।

ALSO READ: Wayanad landslides : केरल के वायनाड में भूस्खलन से 123 लोगों की मौत, 128 घायल, सेना और NDRF ने संभाला मोर्चा
 
सुरेश ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने फेडरलिज्म ऑन व्हील्स की तर्ज पर विभिन्न क्षेत्रों में रेलवे का विकास किया, भले ही वहां किसी और दल की सरकार ही क्यों न हो? उन्होंने कहा कि  इसके (कांग्रेस के) ठीक उलट, भाजपा को जिन राज्यों में जीत नहीं मिली, उन्हें संघवाद से बाहर रखने की इसकी नीति है।
 
उन्होंने कहा कि 2 लाख 55 हजार करोड़ रुपए से अधिक के बजट के बावजूद राजनीतिक नफा नुकसान के आधार पर राज्यों को उनके हक से वंचित रखा गया है। उन्होंने हाल के महीनों में विभिन्न रेल दुर्घटनाओं का उल्लेख करते हुए सरकार से मांग की कि मृतकों के परिजनों को मुआवजे के तौर पर पर्याप्त राशि दी जानी चाहिए, साथ ही घायलों को अच्छी रकम के अलावा अन्य प्रकार की सहायता प्रदान की जानी चाहिए।

ALSO READ: Swati Maliwal case: कोर्ट ने लिया बिभव कुमार के खिलाफ दायर आरोप पत्र पर संज्ञान
 
तृणमूल कांग्रेस की काकोली घोष दस्तीकार ने भी हाल के दिनों में हुए रेल दुर्घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले दो-3 महीने में नौ रेल दुर्घटनाएं हुई हैं और इसके लिए कौन जिम्मेदार है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि सरकार रेलयात्रियों की जान बचाने से ज्यादा अपनी कुर्सी बचाने पर ध्यान दे रही है।
 
समाजवादी पार्टी के दरोगा प्रसाद सरोज ने रेल बजट में उत्तर प्रदेश का जिक्र नहीं किए जाने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि अयोध्या के ऐतिहासिक और पौराणिक शहर होने के बावजूद पश्चिम बंगाल से पटना-बलिया होते हुए वहां तक एक भी ट्रेन नहीं चलाई गई है। उन्होंने एक्सप्रेस और स्थानीय सवारी गाड़ियों में शौचालयों की बदहाल स्थिति का जिक्र किया और कहा कि ऐसी गाड़ियों के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया है।
 
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के सदस्य सुधीर गुप्ता ने भारतीय रेलवे को अमेरिका, रूस और चीन के बाद दुनिया का सबसे बड़ा रेल नेटवर्क करार देते हुए विपक्ष पर पलटवार किया और कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में रेलवे को उपेक्षित श्रेणी में डाल दिया गया था।
 
उन्होंने रेलवे में स्वच्छता अभियान और अमृत स्टेशन योजना के अलावा वंदे भारत ट्रेन जैसी योजनाओं का भी जिक्र किया। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार में शामिल तेलुगु देशम पार्टी के पी महेश कुमार ने रेलवे को जीवन और संस्कृति का हिस्सा करार दिया। उन्होंने आंध्र प्रदेश में पूर्ववर्ती वाईएसआर कांग्रेस पार्टी की सरकार पर रेलवे की विभिन्न परियोजनाओं के लिए जमीन नहीं देने का आरोप लगाया।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Operation Sindoor के दौरान POK पर कब्जा क्यों नहीं किया, प्रधानमंत्री मोदी से किसने किया यह सवाल

कर्नाटक में 18 भाजपा विधायकों का निलंबन हुआ रद्द, विधानसभा अध्यक्ष खादर ने दी यह नसीहत

हिंदू मजबूत होंगे तभी दुनिया में... RSS प्रमुख मोहन भागवत ने क्यों कहा ऐसा

भारत बना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, जापान को पछाड़ा, प्रति व्यक्ति आय में हुई बढ़ोतरी

पहलगाम हमले पर भाजपा सांसद जांगड़ा के बयान पर बवाल, क्या है कांग्रेस की मोदी से मांग

सभी देखें

नवीनतम

नीति आयोग की बैठक में नहीं शामिल हुए CM नीतीश, तेजस्वी यादव ने किया ऐसा कटाक्ष

इसराइल ने गाजा पर फिर किए हमले, बच्चों समेत 38 लोगों की मौत

UP : कंटेनर से टकराई बेकाबू कार, 4 लोगों की मौत

अमृतसर में अकाली दल के पार्षद की गोली मारकर हत्या, मिल रहे थे धमकीभरे कॉल, 3 हमलावर पहचाने गए

Operation Sindoor के दौरान POK पर कब्जा क्यों नहीं किया, प्रधानमंत्री मोदी से किसने किया यह सवाल

अगला लेख