LOC पर गोले बरसा रहा पाकिस्तान, भारतीय जवान दे रहे मुंहतोड़ जवा‍ब

सुरेश एस डुग्गर
शनिवार, 30 नवंबर 2019 (21:08 IST)
जम्मू। पाकिस्तानी सेना जिला पुंछ के शाहपुर केरनी में गोलाबारी कर रही है। करीब पौने 4 बजे शुरू हुई इस गोलाबारी का जवाब भारतीय जवान भी दे रहे हैं। पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय चौकियों व रिहायशी इलाकों को निशाना बनाते हुए अचानक से गोले दागना शुरू कर दिए। चौकियों में पहले से ही मुस्तैदी से तैनात भारतीय जवान इस गोलाबारी का मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं।

वहीं रिहायशी इलाकों में मोटार्र शैल गिरने के साथ ही ग्रामीणों में अफरातफरी का माहौल व्याप्त हो गया। अपनी जान बचाने के लिए लोग सुरक्षित स्थानों पर छिप गए हैं। अभी दोनों ओर से गोलाबारी का सिलसिला जारी है।

पाकिस्तान ने शुक्रवार को भी एक बार फिर नापाक हरकत करते हुए पुंछ जिले के बालाकोट व कृष्णा घाटी तथा बारामुला जिले के उड़ी सेक्टर में अग्रिम चौकियों के साथ ही रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया। सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। हालांकि गोलाबारी में किसी प्रकार के नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन ग्रामीणों में दहशत है।

पाकिस्तानी सेना ने शुक्रवार देर रात करीब 9 बजे बालाकोट और कृष्णा घाटी क्षेत्र में गोलाबारी शुरू की। बालाकोट में जिस वक्त गोलाबारी हो रही थी उस वक्त बैक टू विलेज में शामिल होने के लिए अधिकारी गांव में पहुंचे थे। 
अचानक शुरू गोलाबारी से उन्होंने पंचायत भवन में अपने को सुरक्षित किया।

इससे पहले सोमवार को पाकिस्तानी सेना ने 2 घंटे तक जिले के कस्बा और कीरनी में गोले बरसाए थे। उड़ी सेक्टर के सिलिकूट इलाके को निशाना बनाकर शाम सवा 5 बजे से 2 घंटे तक पाकिस्तान ने गोले बरसाए। सेना की 18 मराठालाई ने करारा जवाब दिया। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए खुशखबरी, केन्द्र सरकार ने बढ़ाया डीए

नासिक कुंभ के नाम को लेकर अखाड़ों में मतभेद, जानिए कब शुरू होगा मेला

ATM से अतिरिक्त निकासी पर शुल्क बढ़ा, जानिए कब से लागू होंगे यह charges

यूक्रेन के साथ युद्ध रोकने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की पेशकश, NATO को दी चेतावनी

ईद पर मुंबई में विस्फोट और दंगों की चेतावनी, सुरक्षा बढ़ाई गई

सभी देखें

नवीनतम

भूकंप प्रभावित म्यांमार का मददगार बना भारत, शुरू किया ऑपरेशन ब्रह्मा

LIVE: म्यांमार में फिर भूकंप का झटका, 24 घंटे में 15वीं हिली धरती

म्यांमार में भारी तबाही, 1,000 से ज्यादा की मौत, क्या ग्रहण और भूकंप के बीच है कोई कनेक्शन?

ईद पर कश्मीर के बाजारों में बिक्री में चिंताजनक मंदी, परिधान क्षेत्र में 95 प्रतिशत की गिरावट आई

पूर्वी काठमांडू में कर्फ्यू हटाया गया, 100 से अधिक राजशाही समर्थक प्रदर्शनकारियों को किया गिरफ्तार

अगला लेख