बाइडन संग बैठक में मोदी ने साफ किया यूक्रेन संकट पर अपना रुख, बोले- पुतिन, जेलेंस्की करें सीधी बात

Webdunia
सोमवार, 11 अप्रैल 2022 (22:52 IST)
नई दिल्ली। भारत और अमेरिका के विदेश और रक्षा मंत्रियों के बीच अमेरिका के वॉशिंगटन में होने वाली बैठक से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से आभासी तरीके से बातचीत की।
इस दौरान मोदी ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत के रुख को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के शीर्ष नेताओं को सीधी बात करनी चाहिए। रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेंलेस्की को आमने-सामने बैठकर बात करनी चाहिए।

ALSO READ: PM मोदी से वर्चुअल मीटिंग के बाद बोले बाइडेन- हमारी सरकारों और अर्थव्यवस्था के बीच संबंध होंगे मजबूत
 
मोदी ने ट्वीट कर कहा कि हमने यूक्रेन में नागरिकों जनता की सुरक्षा और उनको मानवीय सहायता की निर्बाध आपूर्ति पर भी महत्त्व दिया है। हमने अपनी तरफ से दवाइयां तथा अन्य राहत सामग्री यूक्रेन और उसके पड़ोसी देशों को भेजी है। यूक्रेन की मांग पर हम शीघ्र ही दवाइयों का एक और कन्साइनमेंट भेज रहे हैं।
 
मोदी ने बाइडन के साथ भारत और अमेरिका के संबंधों के अलावा रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध पर भी बात की और भारत का रूख स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि आज की हमारी बातचीत ऐसे समय पर हो रही है, जब यूक्रेन में स्थिति बहुत चिंताजनक बनी हुई है। कुछ सप्ताह पहले तक, 20,000 से अधिक भारतीय यूक्रेन में फंसे हुए थे। काफी मेहनत के बाद हम उन्हें वहां से सकुशल निकालने में सफल हुए। एक छात्र ने हालांकि अपना जीवन खो दिया।
 
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैंने यूक्रेन और रूस, दोनों के राष्ट्रपतियों से कई बार फ़ोन पर बातचीत की। मैंने न सिर्फ शांति की अपील की, बल्कि मैंने राष्ट्रपति पुतिन को यूक्रेन के राष्ट्रपति के साथ सीधी बातचीत का सुझाव भी दिया। हमारी संसद में भी यूक्रेन के विषय पर बहुत विस्तार से चर्चा हुई है।

ALSO READ: पीएम मोदी और राष्‍ट्रपति बाइडन के बीच आज वर्चुअल मुलाकात, रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत से क्या चाहते हैं अमेरिकी राष्ट्रपति?
 
यूक्रेन के बूचा शहर में हुए नरसंहार का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि हाल में बूचा शहर में निर्दोष नागरिकों की हत्याओं की खबर बहुत ही चिंताजनक थी। हमने इसकी तुरंत निंदा की और एक निष्पक्ष जांच की मांग भी की है। हम आशा करते हैं कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रही बातचीत से शांति का मार्ग निकलेगा।
 
प्रधानमंत्री ने भारत और अमेरिका के संबंधों का जिक्र करते हुए बाइडन से कहा कि आपने अपने कार्यकाल के शुरू में ही एक बहुत महत्वपूर्ण स्लोगन दिया था -डेमोक्रेसी कैन डिलीवर। भारत और अमेरिका की साझेदारी की सफलता इस स्लोगन को सार्थक करने का सबसे उत्तम जरिया है।
 
उन्होंने कहा कि पिछले साल सितम्बर में जब मैं वाशिंगटन आया था, तब आपने कहा था कि भारत-अमेरिका की साझेदारी बहुत सी वैश्विक समस्याओं के समाधान में योगदान दे सकती है। मैं आपकी बात से पूर्णतया सहमत हूँ। विश्व के दो सबसे बड़े और पुराने लोकतंत्रों के रूप में, हम प्राकृतिक भागीदार हैं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

ऑटो ड्राइवर ने निकाला कमाई का नायाब तरीका, सुनकर उड़ जाएंगे होश, जानिए कितनी होती है इंकम

अब आसानी से मिलेगा तत्काल टिकट, 10 मिनट सिर्फ आधार OTP से कर सकेंगे बुकिंग

Mahua Moitra marries : कौन हैं पिनाकी मिश्र, जिनसे TMC की तेजतर्रार सांसद महुआ मोइत्रा ने की शादी

Russia-Ukraine war : रूस छुपकर हमला करने वाले ड्रोन पर कर रहा काम, जानें कैसे मचाते हैं दुश्मन देश में तबाही

श्रीकांत शिंदे का बड़ा बयान, पाकिस्तान भारत के खिलाफ करता है राहुल के बयानों का इस्तेमाल

सभी देखें

नवीनतम

सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, 3 अगस्त को एक पाली में होगी NEET PG 2025

चिनाब पुल पर तिरंगा लेकर चले पीएम मोदी, दिखाई दुनिया के सबसे ऊंचे पुल को हरी झंडी

पूछताछ के लिए Aap नेता सत्येन्द्र जैन ACB के समक्ष हुए पेश, स्कूलों के निर्माण में भ्रष्टाचार का है मामला

गौतम गंभीर ने रोड शो पर आयोजकों को लगाई लताड़, कहा 2007 में भी इसके पक्ष में नहीं था

मैंगो मैन ने रखा रक्षामंत्री के नाम पर आम की नई किस्म का नाम राजनाथ आम

अगला लेख