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दिल्ली धमाका केस में पुलिस को बड़ी कामयाबी, फरीदाबाद में मिली लाल कार, आखिर क्या है इस कार का रहस्य

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

नई दिल्ली , बुधवार, 12 नवंबर 2025 (16:46 IST)
Delhi car blast case : दिल्ली कार विस्फोट मामले में एक नया खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया है कि संदिग्धों के पास i20 के अलावा एक और लाल रंग की EcoSport भी थी। धमाके की जांच में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। फरीदाबाद के खंदावली में पुलिस को यह कार खड़ी मिली है। जिसे फरीदाबाद पुलिस ने बरामद कर लिया है। दिल्ली पुलिस ने इस कार को लेकर अलर्ट जारी किया था। कार की पूरी दिल्ली में तलाश की जा रही थी। पुलिस की 5 टीमें इस कार की तलाश में जुटी हुई थीं। दिल्ली पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा था कि दिल्ली के सभी पुलिस थानों, पुलिस चौकियों और सीमा चौकियों को लाल रंग की फोर्ड इको स्पोर्ट कार की तलाश के लिए अलर्ट कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश और हरियाणा की पुलिस को भी लाल रंग की कार के बारे में अलर्ट कर दिया गया था।

खबरों के अनुसार, दिल्ली कार विस्फोट मामले में एक नया खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया है कि संदिग्धों के पास i20 के अलावा एक और लाल रंग की EcoSport भी थी। दिल्ली पुलिस ने इस कार को लेकर अलर्ट जारी किया था। कार की पूरी दिल्ली में तलाश की जा रही थी। पुलिस की 5 टीमें इस कार की तलाश में जुटी हुई थीं। दिल्ली पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा था कि दिल्ली के सभी पुलिस थानों, पुलिस चौकियों और सीमा चौकियों को लाल रंग की फोर्ड इको स्पोर्ट कार की तलाश के लिए अलर्ट कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश और हरियाणा की पुलिस को भी लाल रंग की कार के बारे में अलर्ट कर दिया गया था। संदिग्ध कार लाल रंग की EcoSport का नंबर DL10CK0458 है और उमर के नाम पर है, जो कि इसका दूसरा मालिक था। वरिष्ठ सुरक्षा सूत्रों ने यह भी कहा कि बम समय से पहले ही फट गया था और पूरी तरह तरह से तैयार नहीं था जिसकी वजह से इसका प्रभाव सीमित रहा।

सुरक्षा आकलन में कहा गया है कि विस्फोट से कोई गड्ढा नहीं बना और न ही मौके पर कोई छर्रे या धमाका करने वाले उपकरण मिले। विस्तृत जांच से स्पष्ट हो पाएगा कि यह पूर्व नियोजित था या आकस्मिक। उन्होंने बताया कि दिल्ली-एनसीआर और पुलवामा में कई स्थानों पर सुरक्षा एजेंसियों द्वारा की गई छापेमारी में भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुए।
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इस कार का पहला मालिक देवेंद्र है। उमर कार का दूसरा मालिक था। i20 कार जिसमें ब्लास्ट हुआ था, उसकी ओनरशिप में भी देवेंद्र नाम सामने आया था। पुलिस जांच कर रही है कि ये वही देवेंद्र है या कोई और। दिल्ली पुलिस ने राजधानी के सभी कार डीलर और वर्कशॉप से संपर्क किया है।

अल फलाह यूनिवर्सिटी में काम करने वाले कश्मीरी डॉक्टर द्वारा किराए पर लिए गए 2 कमरों से 2900 किलोग्राम विस्फोटक और ज्वलनशील पदार्थ बरामद हुआ था। धौज और फतेहपुर तगा गांवों में डॉ. मुज़म्मिल (35) के पास से विस्फोटक और हथियार बरामद हुए थे।

प्रधानमंत्री मोदी ने की घायलों से मुलाकात : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोक नायक जयप्रकाश नारायण (LNJP) अस्पताल पहुंचकर दिल्ली धमाके में घायल लोगों से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने घायलों का हाल जाना, उनसे बातचीत की और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों और वरिष्ठ अधिकारियों से इलाज और पीड़ितों की स्थिति के बारे में जानकारी ली।
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अल फलाह यूनिवर्सिटी का बड़ा बयान : अल फलाह यूनिवर्सिटी का इस मामले में बड़ा बयान आया है। यूनिवर्सिटी की ओर से कहा गया है कि विस्फोट मामले में अरेस्ट 2 डॉक्टरों और मुख्य संदिग्धों से उसका कोई संबंध नहीं है। सिवाय इसके कि इन लोगों ने यूनिवर्सिटी में अपनी क्षमता में काम किया।

कांग्रेस नेता राशिद अल्वी बोले- तो फिर किस बात का इंतजार... : दिल्ली ब्लास्ट पर कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा, भारत सरकार तो कहती है कि ऑपरेशन सिंदूर अभी चल रहा है, अगर पाकिस्तान का हाथ है तो फिर किस बात का इंतजार है। उन्होंने कहा कि इतने बड़े वाकए के पीछे कौन जिम्मेदार है? अभी तक कोई साफ जवाब भारत का सरकार का नहीं आया है। लाल किले पर जो हुआ वो बहुत चिंताजनक है।
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गौरतलब है कि सोमवार शाम लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास एक हुंडई i20 कार में हुए शक्तिशाली विस्फोट में 12 लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हुए थे। शुरुआती पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि पीड़ितों के सिर, छाती और ऊपरी शरीर पर गंभीर चोटें आईं। पोस्टमॉर्टम जांच में कपड़ों या शरीर पर कोई छर्रे नहीं मिले, जिससे अनुमान है कि धमाके में इस्तेमाल विस्फोटक उच्च तीव्रता का था।
Edited By : Chetan Gour 

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