प्रवासी भारतीयों ने किए बाबा महाकाल के दर्शन, महाकाल लोक ने किया अभिभूत

Webdunia
रविवार, 8 जनवरी 2023 (08:05 IST)
उज्जैन। इंदौर में पूरे विश्व से भाग लेने आए प्रवासी भारतीयों के लिए उज्जैन का महाकाल मंदिर और महाकाल लोक भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीयों ने उज्जैन पहुंचकर बाबा महाकाल के दर्शन किए और भस्मारती में भाग लिया। 
 
आईसीसी कतर के महासचिव कृष्ण कुमार के साथ 12 सदस्यों की टीम ने भस्म आरती में सम्मिलित होकर दर्शन लाभ लिया। दुबई के नव निर्मित शिव मंदिर के जनरल मैनेजर भी दर्शन हेतु पधारे। डॉ. नगेंद्र सिंह के साथ म्यामांर से 11 प्रवासियों का प्रतिनिधि मंडल भी महाकाल मंदिर पहुंचा।
 
सभी प्रवासी गण दर्शन पूजन पश्चात श्री महाकाल लोक के भ्रमण हेतु पहुंचे व भगवान शिव के वृतान्त के अनेक प्रसंगों के विहंगम दृश्य, साक्षात सजीव मुर्तियों को देखकर अभिभूत हो गए।
 
मंदिर द्वारा अतिथि सत्कार हेतु टीम बनाकर सत्कार शाखा के स्टाफ को जिम्मेदारी सौंपी गई है। अतिथि गण ने e-कार्ट में भी श्री महाकाल लोक का भ्रमण किया।

उल्लेखनीय है कि इंदौर में आज से 3 दिवसीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन आयोजित हो रहा है। इसमें 70 देशों में 3500 से ज्यादा प्रवासी भारतीय भाग ले रहे हैं। सम्मेलन में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मंगलवार को राष्‍ट्रपति द्रोपदी मुर्मू भी शामिल होंगें।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

क्या पाकिस्तान का मिटेगा नामोनिशान, युद्ध के हालातों में भारत के साथ हैं दुनिया के कौनसे देश

बिंदी हटाई, लगाए अल्लाहू अकबर के नारे, नहीं बच सकी पति की जान, बैसरन में ऐसे बरसीं गोलियां

रूस ने कर दिया खुलासा, Pakistan के खिलाफ कौनसा बड़ा एक्शन लेने वाला है भारत

पाकिस्तान ने भारत के लिए बंद किया एयरस्पेस, कहा- पानी रोका तो युद्ध माना जाएगा

पहलगाम के हमलावरों और उनके आकाओं को ऐसी सजा देंगे जिसकी कल्पना भी नहीं की होगी, बुरी तरह भड़के मोदी

सभी देखें

नवीनतम

Pope Francis : 26 अप्रैल को होगा पोप फ्रांसिस का अंतिम संस्‍कार, राष्ट्रपति मुर्मू समेत कई राष्‍ट्राध्‍यक्ष रोम हुए रवाना

पाकिस्तान ने मानी गलती, आतंकवाद को समर्थन गंदा काम

Pahalgam Attack : आतंकियों ने उसे मेरी आंखों के सामने मार डाला, पीड़ित ने सुनाई वीभत्स हमले की कहानी

भाई को भाई से लड़ाना था पहलगाम हमले का मंसूबा, घायलों से मिले राहुल गांधी

सिंधु जल संधि स्थगित करने से साफ हो गया कि अब खून और पानी साथ नहीं बह सकते : पुष्कर सिंह धामी

अगला लेख