टीवी साक्षात्कार में बोले पीएम मोदी, चुनावी बॉण्ड का जो विरोध कर रहे, वे पछताएंगे

चुनावी बॉण्ड से सरकार को कोई झटका नहीं लगेगा

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
सोमवार, 1 अप्रैल 2024 (10:33 IST)
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने चुनावी बॉण्ड (electoral bond) के मुद्दे से उनकी सरकार को झटका लगने की बात रविवार को खारिज कर दी और कहा कि कोई भी प्रणाली पूरी तरह से सही नहीं है और खामियों को दूर किया जा सकता है। उन्होंने नई दिल्ली में यह भी कहा कि इस विषय पर हंगामा करने वाले लोग पछताएंगे।

ALSO READ: मोदी सरकार की योजनाएं- क्या चुनावी घोषणापत्र के ये वादे पूरे हुए?
 
'थंथी' टीवी पर एक साक्षात्कार के दौरान जब उनसे यह पूछा गया कि क्या चुनावी बॉण्ड विवरण से सत्तारूढ़ भाजपा को झटका लगा है, मोदी कहा कि मुझे बताइए कि हमने ऐसा क्या कर दिया कि मैं इसे एक झटके के तौर पर देखूं। मेरा दृढ़ विश्वास है कि जो इसे (बॉण्ड के विवरण) को लेकर हंगामा कर रहे हैं और इस पर गर्व कर रहे हैं उन्हें पछतावा होगा।
 
चुनावी बॉण्ड योजना के कारण ही चंदे के स्रोतों का पता चला : प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार की चुनावी बॉण्ड योजना के कारण ही चंदे के स्रोतों और इसके लाभार्थियों का पता लगाया जा सका। उन्होंने कहा कि अगर आज जानकारी उपलब्ध हुई है तो उसकी वजह बॉण्ड हैं। मोदी ने सवाल किया कि क्या कोई एजेंसी 2014 में उनके केंद्र की सत्ता में आने से पहले के चुनावों के लिए धन के स्रोत और उनके लाभार्थियों के बारे में बता सकती है।

ALSO READ: मोदी की मेरठ रैली में 10 हजार से अधिक मुसलमान शामिल हुए, BJP का दावा
कोई भी प्रणाली बिलकुल सही नहीं होती : उन्होंने कहा कि कोई भी प्रणाली बिलकुल सही नहीं होती। कुछ खामियां हो सकती हैं जिन्हें दूर किया जा सकता है। विपक्षी दलों ने उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद हुए खुलासे का हवाला देते हुए सरकार के प्रति हमलवार रुख अपना रखा है। न्यायालय ने गुमनाम तरीके से चंदा देने को असंवैधानिक घोषित करते हुए चुनावी बॉण्ड से संबंधित सभी जानकारी सार्वजनिक करने का निर्देश दिया था।
 
आपराधिक जांच का सामना कर रहीं कई कंपनियों ने बड़ी मात्रा में बॉण्ड खरीदे थे। साक्षात्कार के दौरान मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि किसी को उनके हर काम में राजनीति नहीं देखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह देश के लिए काम करते हैं और तमिलनाडु देश की बड़ी ताकत है।
 
वोट उनकी मुख्य चिंता नहीं : प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर वोट उनकी मुख्य चिंता होती, तो उन्होंने पूर्वोत्तर के राज्यों के लिए इतना कुछ नहीं किया होता। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के मंत्रियों ने 150 से अधिक बार क्षेत्र का दौरा किया है और वह स्वयं भी अन्य सभी प्रधानमंत्रियों की तुलना में अधिक बार वहां गए हैं।

ALSO READ: Lok Sabha Elections 2024 : मोदी सपने नहीं, हकीकत बुनते हैं, इसलिए मोदी को चुनते हैं : योगी आदित्यनाथ
 
मैं एक राजनीतिक नेता हूं : मोदी ने कहा कि सिर्फ इसलिए कि मैं एक राजनीतिक नेता हूं इसका मतलब यह नहीं है कि मैं केवल चुनाव जीतने के लिए काम करता हूं। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) समाज के विभिन्न वर्गों को जोड़ता है और लोगों की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है।
 
मोदी ने कहा कि तमिलनाडु में भाजपा को वोट द्रमुक के विरोध में नहीं बल्कि पार्टी (भाजपा) के समर्थन की वजह से मिलेंगे। उन्होंने कहा कि हमने पिछले 10 साल में जो काम किया है, उसे लोगों ने देखा है। तमिलनाडु ने तय कर लिया है कि इस बार भाजपा-राजग जीतेगा।
 
उन्होंने कहा कि भाजपा ने तमिलनाडु के लिए तब भी काम किया जब उसके पास वहां नगरपालिका के लिए एक भी उम्मीदवार नहीं था। मोदी ने भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के. अन्नामलाई की भी प्रशंसा की और कहा कि वह युवाओं को आकर्षित कर रहे हैं।
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें लगता है कि अगर पैसा और भ्रष्टाचार उनके (अन्नामलाई) लिए महत्व रखता तो वह द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) में शामिल हो सकते थे। उन्होंने कहा कि विकसित भारत का मतलब है कि देश के हर कोने को विकास का लाभ मिलना चाहिए। मेरा मानना है कि तमिलनाडु में हमारे विकसित भारत के सपने में प्रेरक शक्ति बनने की क्षमता है।
 
तमिल भाषा के राजनीतिकरण पर खेद व्यक्त : मोदी ने तमिल भाषा के राजनीतिकरण पर खेद व्यक्त करते हुए विपक्षी दलों पर कटाक्ष किया, जो अकसर भाजपा पर क्षेत्रीय भाषाओं को कमजोर करने का आरोप लगाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि जैसे राज्य के व्यंजनों का वैश्विककरण हुआ है, वैसे ही इसकी बोली को भी बढ़ावा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि तमिल भाषा का राजनीतिकरण न केवल तमिलनाडु बल्कि देश के लिए भी हानिकारक है।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख