3300 करोड़ के स्वदेश विकसित सैन्य उपकरणों की खरीद को हरी झंडी

Webdunia
सोमवार, 21 अक्टूबर 2019 (23:25 IST)
नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को सशस्त्र बलों के लिए 3300 करोड़ रुपए से अधिक के सैन्य उपकरणों की खरीद की मंजूरी दे दी जिनमें स्वदेशी डिजाइन और विकसित टैंकरोधी निर्देशित मिसाइलें भी शामिल हैं। मंत्रालय ने कहा कि यह निर्णय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रक्षा खरीद परिषद (डीएसी) की एक बैठक में किया गया।

पहली 2 परियोजनाओं में तीसरी पीढ़ी की एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (एटीजीएम) और टी-72 और टी-90 युद्धक टैंकों के लिए आक्जलरी पावर यूनिट (एपीयू) की खरीद शामिल है। मंत्रालय ने कहा, जहां तीसरी पीढ़ी की एटीजीएम बख़्तरबंद लड़ाई में सैनिकों को ‘दागो और भूल जाओ' और ‘शीर्ष हमले’ की क्षमता प्रदान करेगी, एपीयू ‘फायर कंट्रोल सिस्टम’ में विभिन्न उन्नयनों और टैंकों में रात में लड़ने की क्षमता जोड़ने में सक्षम बनाएगी।

इसमें कहा गया है कि इन दोनों परियोजनाओं को ‘मेक-दो’ श्रेणी के तहत क्रियान्वित किया जाएगा और यह निजी क्षेत्र में स्वदेशी अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देगा। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, इससे रक्षा मंत्रालय ने पहली बार भारतीय निजी उद्योग को ‘कॉप्लेक्स’ सैन्य उपकरणों को डिजाइन, विकसित और निर्मित करने की पेशकश की है।

तीसरी स्वदेशी परियोजना पर्वतीय और अधिक ऊंचाई वाले इलाकों के लिए अलग इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (ईडब्ल्यू) प्रणालियों की खरीद से संबंधित है। प्रणाली को डीआरडीओ द्वारा डिजाइन और विकसित किया जाएगा और इसका निर्माण भारतीय उद्योग के डिजाइन सह उत्पादन साझेदार द्वारा किया जाएगा।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख