Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

राहुल का बड़ा हमला, शहीदों के घर मातम पसरा था और पीएम मोदी 'हंस' रहे थे...

हमें फॉलो करें राहुल का बड़ा हमला, शहीदों के घर मातम पसरा था और पीएम मोदी 'हंस' रहे थे...
, शुक्रवार, 22 फ़रवरी 2019 (16:16 IST)
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला जारी रखते हुए शुक्रवार को आरोप लगाया कि जब पुलवामा में 40 जवान शहादत दे रहे थे, उस समय प्रधानमंत्री फिल्म की शूटिंग में व्यस्त में थे और दरिया में फोटो खिंचवा रहे थे।
 
गांधी ने ट्वीट कर कहा कि पुलवामा में 40 जवानों की शहादत की खबर के तीन घंटे बाद भी ‘प्राइम टाइम मिनिस्टर’ फिल्म शूटिंग करते रहे। देश के दिल तथा शहीदों के घरों में दर्द का दरिया उमड़ा था और वे हंसते हुए दरिया में फोटोशूट पर थे।
 
गांधी ने मोदी की फिल्म शूटिंग से जुड़ी उस दिन की तीन तस्वीरें भी पोस्ट की हैं, जिनमें से एक में प्रधानमंत्री मैदान में मफलर पहनकर फोटो खिंचवा रहे हैं और दो अन्य तस्वीरें नौकायन के लिए जाते समय और नौकायन करते वक्त की है।
 
webdunia
      
इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने यहां पार्टी मुख्यालय में बातचीत करते हुए मोदी से पूछा कि 14 फरवरी को तीन बजकर 10 मिनट पर पुलवामा हमला हुआ और पांच बजकर 10 मिनट पर प्रधानमंत्री ने मोबाइल फोन से एक रैली को संबोधित किया। उन्होंने सवाल किया इन दो घंटों के दौरान मोदी कहां थे?
 
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी को जानकारी ही नहीं थी कि पुलवामा हमला हुआ है, वरना प्रधानमंत्री अपने संबोधन के दौरान इस घटना पर कुछ तो बोलते। देश का मुखिया होने के नाते सभा को संबोधित करते हुए उन्हें शहीदों के परिजनों का ढांढस बंधाना था और शहीदों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखना था।

कांग्रेस प्रवक्ता ने प्रधानमंत्री का एक जनसभा को संबोधित करते हुए वीडियो भी पत्रकारों को दिखाया और कहा कि यह वीडियो उस दिन पांच बजकर नौ मिनट का है। मोदी उत्तराखंड के रुद्रपुर में एक रैली को तब मोबाइल फोन से संबोधित कर रहे थे। तिवारी ने कहा कि आश्चर्य की बात यह है कि अपने संबोधन में मोदी ने एक बार भी पुलवामा का जिक्र नहीं किया।
 
उन्होंने कहा कि इससे जाहिर होता है कि मोदी को पुलवामा हमले की जानकारी ही नहीं दी गई थी। अगर मोदी को इस हमले के बारे सूचना नहीं थी तो यह प्रधानमंत्री कार्यालय और प्रधानमंत्री के बीच संवादहीनता का सबसे बड़ा उदाहरण है और इसको लेकर प्रधानमंत्री को स्पष्टीकरण देना चाहिए। मोदी को यह भी बताना चाहिए कि इन दो घंटों के बीच देश के प्रधानमंत्री क्या कर रहे थे।
 
प्रवक्ता ने कहा कि यदि प्रधानमंत्री कार्यालय और उनके बीच संपर्क था तो देश के प्रधानमंत्री ने इस हमले का जिक्र सार्वजनिक सभा में क्यों नहीं किया। उनका दायित्व था कि देश के 40 शहीदों के सम्मान में वह सभा को इस घटना जानकारी देते और दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते। उन्होंने कहा कि देश प्रधानमंत्री से इस दो घंटे की अवधि का विवरण जानना चाहता है।
 
तिवारी ने कहा कि अखबारों में मोदी की फिल्म शूटिंग करते समय की खबरें फोटो के साथ छपी हैं। खबरों में कहा गया है कि वह एक अंतरराष्ट्रीय चैनल के लिए दरिया में फिल्मांकन में व्यस्त थे और इस फिल्म की शूटिंग उत्तराखंड में स्थिति जिम कार्बेट नेशनल पार्क में हो रही थी।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

भारत सरकार तय करेगी, टीम इंडिया पाकिस्तान के खिलाफ विश्वकप में खेले या नहीं