जल्द दूर होगी नकदी की परेशानी, रिजर्व बैंक ने बढ़ाई नोटों की छपाई

Webdunia
मंगलवार, 17 अप्रैल 2018 (21:47 IST)
मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक ने आज कहा कि बैंकिंग प्रणाली में नकदी की कोई कमी नहीं है हालांकि उसने अपने चार छापेखानों में नोटों की छपाई बढ़ा दी है। केंद्रीय बैंक का कहना है कि ढुलाई संबंधी कारणों के चलते हो सकता है कि कुछ हिस्सों में नकदी की कुछ कमी आई हो।

केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा है कि यह स्पष्ट किया जाता है कि आरबीआई के वॉलेट और करंसी चेस्ट में पर्याप्त नकदी है। फिर भी चारों छापेखानों में नोटों की छपाई बढ़ा दी गई है। रिजर्व बैंक का यह बयान इन रपटों के बीच आया है कि आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश व बिहार सहित कई राज्यों में नकदी की कमी हो गई है।

केंद्रीय बैंक के अनुसार हो सकता है कि एटीएम में नकदी डालने में ढुलाई संबंधी दिक्कतों के कारण कुछ हिस्सों में कमी देखने को मिली हो। इसके साथ ही एटीएम को नए नोटों के हिसाब से बदलने का काम भी अभी चल ही रहा है। इसके अनुसार रिजर्व बैंक की सभी पहलुओं पर करीबी निगाह है।

बैंक का कहना है कि ए​हतियादी तौर पर वह उन इलाकों में अधिक नकदी भेजने के बंदोबस्त कर रहा है जहां ज्यादा निकासी देखने को मिली है। इससे पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लोगों को आश्वस्त किया कि नकदी की कोई कमी नहीं है। (वार्ता)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख