Festival Posters

विदेश मंत्री का अहम बयान, चीन के साथ हुईं वार्ताओं का जमीन पर कोई प्रभाव नहीं दिखा

Webdunia
शनिवार, 6 फ़रवरी 2021 (15:15 IST)
अमरावती। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को कहा कि भारत और चीन की सेना के शीर्ष कमांडर पूर्वी लद्दाख में सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया को लेकर 9 दौर की वार्ता कर चुके हैं और भविष्य में भी ऐसी वार्ताएं की जाती रहेंगी।
 
जयशंकर ने विजयवाड़ा में पत्रकारों से कहा कि अब तक हुई वार्ताओं का जमीन पर कोई प्रभाव दिखाई नहीं दिया है तथा सैनिकों के पीछे हटने का मुद्दा बहुत पेचीदा है। यह सेनाओं पर निर्भर करता है। आपको अपनी (भौगोलिक) स्थिति और घटनाक्रम के बारे में पता होना चाहिए। सैन्य कमांडर इस पर काम कर रहे हैं। जयशंकर से पूछा गया था कि क्या भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुईं झड़पों को लेकर दोनों देशों के बीच मंत्रिस्तरीय वार्ता हो सकती है? इस सवाल पर विदेश मंत्री ने यह जवाब दिया।
ALSO READ: चीन-पाक के शक्तिशाली लड़ाकू विमान जेएफ-17 थंडर पर भारी है भारत का तेजस, जानिए 10 खासियतें...
भारत और चीन के बीच बीते साल 5 मई से पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध चल रहा है। गतिरोध खत्म करने लिए दोनों देशों के बीच कई दौर की सैन्य और राजनयिक स्तर की वार्ताएं हो चुकी हैं लेकिन अब तक कोई हल नहीं निकल पाया है।
विदेश मंत्री ने कहा कि सेना के कमांडर अब तक 9 दौर की वार्ताएं कर चुके हैं। हमें लगता है कि कुछ प्रगति हुई है लेकिन इसे समाधान के तौर पर नहीं देखा जा सकता। जमीन पर इन वार्ताओं का प्रभाव दिखाई नहीं दिया है।जयशंकर ने कहा कि उन्होंने और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पिछले साल अपने-अपने समकक्षों से बात की थी और इस बात पर सहमति बनी थी कि कुछ हिस्सों में सैनिकों को पीछे हटना चाहिए। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

SIR में नाम रहेगा या कट जाएगा? जानिए MP के मुख्‍य निर्वाचन अधिकारी संजीव झा से

क्‍या फिर पलटेगा मौसम, चक्रवाती तूफान का खतरा, इन राज्‍यों में IMD का अलर्ट

Tejas crash : तेजस विमान क्रैश के बाद भी चलता रहा दुबई एयर शो, अमेरिकी पायलट दुखी होकर कही यह बात

सियासत में सिनेमा की तरह सुनहरी सफलता हासिल नहीं कर पाए धर्मेंद्र

कश्मीर में भयानक सर्दी, श्रीनगर में मौसम की सबसे ठंडी रात, माइनस 3.2 डिग्री रहा पारा

सभी देखें

नवीनतम

इथियोपिया में 10 हजार साल बाद ज्वालामुखी फटा, राख का गुबार भारत की ओर बढ़ा, कई उड़ानें रद्द

कृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह मस्जिद विवाद, 1 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, हिन्दू पक्ष ने दायर की है याचिका

Delhi : दिल्ली में प्रदूषण का आपातकाल, सरकार ने लिया बड़ा फैसला

चीन में अरुणाचल की महिला से बदसलूकी, भारत ने दर्ज कराया कड़ा विरोध, पढ़िए क्या है पूरा मामला

अयोध्या बनी समृद्धि की नई पहचान, रामनगरी की अर्थव्यवस्था में आया भारी उछाल

अगला लेख