सियाचीन में 38 साल बाद मिला सैनिक का शव, ऑपरेशन मेघदूत में हुए थे शहीद

Webdunia
रविवार, 14 अगस्त 2022 (21:04 IST)
सियाचीन से एक बड़ी खबर सामने आई है।ऑपरेशन मेघदूत में शहीद हुए लांसनायक चंद्रशेखर हर्बोला का पार्थिव शरीर 38 साल बाद एक पुराने बंकर में मिला है। चंद्रशेखर उस टीम का हिस्सा थे, जिसे प्वाइंट 5965 पर कब्जा करने का काम दिया गया था।ऑपरेशन मेघदूत में भारतीय सेना के 18 जवान शहीद हो गए थे।

खबरों के मुताबिक, 38 साल बाद ऑपरेशन मेघदूत में शहीद हुए सैनिक का शव 13 अगस्त को एक पुराने बंकर में मिला है।ऑपरेशन मेघदूत के दौरान कई सैनिक हिमस्खलन की चपेट में आ गए थे। ऑपरेशन मेघदूत में भारतीय सेना के 18 जवान शहीद हो गए थे, जिसमें 14 सैनिकों के शव का पता उसी समय चल गया था, जबकि 5 लापता थे।

पिछले 38 साल से लांसनायक चंद्रशेखर हर्बोला की पत्नी उनके पार्थिव शरीर का इंतजार कर रही थीं। शहीद सैनिक का पार्थिव शरीर मंगलवार को हल्द्वानी पहुंचने की संभावना है। मूल रूप से उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के रानीखेत तहसील अंतर्गत बिन्ता हाथीखुर गांव निवासी लांसनायक चंद्रशेखर हर्बोला 1971 में कुमाऊं रेजिमेंट में भर्ती हुए थे।

लांसनायक के पार्थिव शरीर की जानकारी सुनकर हर्बोला के परिवार में गम और खुशी दोनों हैं। सूचना मिलने पर रविवार को एसडीएम मनीष कुमार सिंह और तहसीलदार संजय कुमार समेत प्रशासन की टीम रामपुर रोड डहरिया स्थित सरस्वती विहार में उनके घर पहुंची। एसडीएम ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए परिजनों को ढांढस बंधाया।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख