भारत के पहले समलैंगिक जज होंगे सौरभ कृपाल, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने की सिफारिश

Webdunia
मंगलवार, 16 नवंबर 2021 (09:35 IST)
नई दिल्‍ली। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने वरिष्‍ठ वकील सौरभ कृपाल को दिल्‍ली हाईकोर्ट का जज बनाने की सिफारिश की। कॉलेजियम की इस सिफारिश को मंजूरी मिलती है तो सौरभ कृपाल भारत के पहले समलैंगिक जज बन जाएंगे।
 
सुप्रीम कोर्ट ने बयान जारी कर कहा कि 11 नवंबर को कॉलेजियम की बैठक हुई थी। इसमें सौरभ कृपाल के नाम की सिफारिश की गई। कृपाल सार्वजनिक रूप से खुद को समलैंगिक बताते हैं और समलैंगिक मुद्दों को लेकर आवाज बुलंद करते रहे हैं।
 
उल्लेखनीय है कि इसी साल मार्च में भारत के पूर्व मुख्‍य न्‍यायाधीश एसए बोबडे ने केंद्र सरकार से सौरभ कृपाल को जज बनाए जाने को लेकर पूछा था और केंद्र सरकार से इस बारे में अपनी राय स्‍पष्‍ट करने को कहा था।
 
सौरभ कृपाल ने दिल्‍ली के सेंट स्‍टीफंस कॉलेज से ग्रेजुएशन करने के बाद ऑक्‍सफोर्ड यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्‍होंने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से ही पोस्‍टग्रेजुएट (लॉ) किया। उन्होंने काफी लंबे समय तक सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस कर चुके हैं। 
 
कृपाल उस ऐतिहासिक मामले में 2 याचिकाकर्ताओं के वकील थे, जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी से बाहर कर दिया था।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख