क्‍यों बढ़ रहीं आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं, मौसम वैज्ञानिकों ने दिया य‍ह बयान

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
रविवार, 14 जुलाई 2024 (00:17 IST)
Statement of meteorologists regarding thunder lightning : जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़ती गर्मी के चलते दुनियाभर में गरज के साथ छीटें पड़ने की गतिविधियां बढ़ रही हैं और इसके परिणामस्वरूप आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं भी बढ़ी हैं। उत्तर प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने से बृहस्पतिवार को कम से कम 43 लोगों की मौत हो गई वहीं शुक्रवार को बिहार में 21 लोगों की मौत हो गई।
 
वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने शनिवार को यह बात कही। उत्तर प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने से बृहस्पतिवार को कम से कम 43 लोगों की मौत हो गई वहीं शुक्रवार को बिहार में 21 लोगों की मौत हो गई। केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के पूर्व सचिव माधवन नायर राजीवन ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण संवहनीय या गरज वाले बादलों का बनना बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, यह दर्ज किया गया है कि जलवायु परिवर्तन के कारण भारत सहित हर जगह मेघगर्जन की आवृत्ति बढ़ रही है।
ALSO READ: राजस्थान में गिरी आकाशीय बिजली, दंपति समेत 6 लोगों की मौत
नायर ने कहा, दुर्भाग्य से हमारे पास बिजली चमकने की घटनाओं में वृद्धि की पुष्टि करने के लिए दीर्घकालिक आंकड़े उपलब्ध नहीं है। हालांकि हम यह निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि ग्लोबल वार्मिंग से संवहनीय गतिविधि बढ़ जाती है, जिसके परिणामस्वरूप अधिक गरज के साथ बारिश होती है और परिणामस्वरूप अधिक आकाशीय बिजली गिरती है। उन्होंने बताया कि बिजली बड़े ऊर्ध्वाधर विस्तार वाले गहरे बादलों के कारण चमकती है।
 
नायर ने कहा, जलवायु परिवर्तन के कारण हवा की नमी धारण करने की क्षमता बढ़ रही है, जिससे ऐसे बादल अधिक बन रहे हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के वरिष्ठ वैज्ञानिक डीएस पई ने कहा कि सतह का तापमान जितना अधिक होगा, हवा उतनी ही हल्की होगी और वह उतनी ही ऊपर उठेगी।
ALSO READ: मध्यप्रदेश में बिजली गिरने से महिला व उसके 2 बच्चों की मौत
उन्होंने कहा, इसलिए उच्च तापमान के साथ संवहनीय गतिविधि या गरज के साथ बारिश होने की संभावना अधिक होती है, जिससे स्वाभाविक रूप से अधिक वज्रपात की आशंका होती है। जलवायु परिवर्तन के कारण ऐसी घटनाओं की आवृति बढ़ रही है।
ALSO READ: Weather Update : केरल के कई हिस्सों में बारिश, 4 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी
आईएमडी के पूर्व प्रमुख केजे रमेश ने बताया कि अधिक गर्मी के साथ बादलों का ऊर्ध्वाधर विस्तार बढ़ता है। उन्होंने कहा कि तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की वृद्धि से हवा की नमी धारण क्षमता में सात प्रतिशत की वृद्धि होती है और बिजली गिरने की घटनाओं में 12 प्रतिशत की वृद्धि होती है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

30 साल में ऐसी लापरवाही नहीं देखी, पुलिस की भूमिका पर भी संदेह, कोलकाता रेप-मर्डर केस पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या-क्या कहा

Jammu and Kashmir : श्रीनगर में जमकर गरजे राहुल गांधी, PM मोदी की भाव-भंगिमा को लेकर दिया यह बयान

कौन है भारत को परमाणु बम की धमकी देने वाला ब्रिटिश यूट्यूबर माइल्स राउटल्ज, पढ़िए पूरा मामला

video : क्या Covid जितना खतरनाक है Mpox, जानिए Myths और Facts, Ministry of Health ने जारी की चेतावनी

पोर्न इंडस्‍ट्री, सेक्‍स एजुकेशन और रेप की घटनाएं— आखिर कहां थमेगा ये सिलसिला?

सभी देखें

नवीनतम

शेख हसीना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द

चंडीगढ़ में 12वीं की छात्रा से रेप के आरोप में स्कूल बस चालक गिरफ्तार

DGCA ने एयर इंडिया पर लगाया 90 लाख का जुर्माना, उड़ान संचालन में लापरवाही का है मामला

अमेरिकी हिन्दुओं ने कमला हैरिस के समर्थन में बनाया हिन्दू फॉर कमला हैरिस समूह

25 किलो सोना पहन वेंकटेश्वर पहुंचे पुणे के भक्त, लोगों ने देखा तो कहा- इतना सोना देख बप्‍पी दा भी शरमा जाएंगे

अगला लेख