Supreme court ने फारुक अब्दुल्ला की पेशी की मांग वाली याचिका पर सुनवाई से किया इंकार

Webdunia
सोमवार, 30 सितम्बर 2019 (13:58 IST)
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने राज्यसभा सदस्य वाइको की उस याचिका पर सुनवाई करने से सोमवार को इनकार कर दिया जिसमें जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला को उसके समक्ष पेश करने की मांग की गई और न्यायालय ने कहा कि एमडीएमके नेता जनसुरक्षा कानून के तहत हिरासत के आदेश को चुनौती दे सकते हैं।
ALSO READ: अमित शाह बोले, फारुक अब्दुल्ला घर से बाहर नहीं आना चाहते तो कनपटी पर गन रखकर नहीं ला सकते
प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने वाइको के वकील से कहा कि वे (अब्दुल्ला) जन सुरक्षा कानून के तहत हिरासत में हैं। वाइको के वकील ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन के आचरण पर सवाल उठाया और दावा किया कि 16 सितंबर को उच्चतम न्यायालय में होने वाली सुनवाई से कुछ मिनटों पहले ही अब्दुल्ला को जम्मू-कश्मीर जनसुरक्षा कानून के तहत हिरासत में ले लिया गया।
 
पीठ में न्यायमूर्ति एसए बोबड़े और न्यायमूर्ति एसए नजीर भी शामिल हैं। पीठ ने कहा कि याचिकाकर्ता जम्मू-कश्मीर जनसुरक्षा कानून के तहत अब्दुल्ला के खिलाफ हिरासत के आदेश को सक्षम प्राधिकरण के समक्ष चुनौती दे सकता है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

कन्हैया कुमार की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, पुलिस में दर्ज हुई शिकायत, जानिए क्‍या है मामला

आंध्रप्रदेश में पटाखा बनाने वाली यूनिट में विस्फोट से 8 की मौत, 6 घायल

आकाश आनंद ने मायावती से मांगी माफी, पार्टी में वापस लेने की अपील, बोले- अब नहीं करूंगा कोई गलती

बंगाल में बांग्लादेश जैसे हालात, महिलाओं के साथ छेड़छाड़, घरों पर फेंके बम, पलायन को मजबूर 400 लोग

अमेरिका ने टैरिफ से दी राहत, चीन की तुलना में भारत को 20 फीसदी सस्ता पड़ेगा निर्यात

सभी देखें

नवीनतम

मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को किया माफ, एक और मौका देने का ऐलान, क्या बनाएंगी उत्तराधिकारी

Waqf : PM मोदी ने केरल के मुनंबम मुद्दे को सुलझाया, नेताओं ने किया था नजरअंदाज

MP में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, उज्जैन, विदिशा सहित इन जिलों के कलेक्टर बदले

मुर्शिदाबाद हिंसा पर कांग्रेस ने की सर्वदलीय बैठक की मांग, BJP ने किया 400 हिन्दुओं के पलायन का दावा

AI से 32 करोड़ लोगों का भविष्य जुड़ा, वोट देने से बदलेगा शिक्षा का सिस्टम, स्टेट प्रेस क्लब के पत्रकारिता महोत्सव में बोले मनीष सिसोदिया

अगला लेख