उत्तर भारत के कई हिस्सों में सतह का तापमान 60 डिग्री सेल्सियस से अधिक, सेटेलाइट इमेज से खुलासा

Webdunia
सोमवार, 2 मई 2022 (00:06 IST)
नई दिल्ली। देशभर में लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। खासकर उत्तर भारत के राज्यों में सूर्य की तपन अधिक है। इस बीच शनिवार को उपग्रहों से ली गई तस्वीरों ने गर्मी को लेकर खौफ को और बढ़ा दिया है। सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में धरती की सतह (Land Surface Temperature) का तापमान (एलएसटी) 60 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया है। हालांकि आईएमडी ने इन डेटा पर सवाल भी उठाए हैं। वैज्ञानिकों ने हीटवेव के गंभीर प्रभावों के बारे में चिंता जताई है।
ALSO READ: weather update : 'लू' से मिलेगी राहत, 2 मई से दिल्ली समेत कई राज्यों में कम होगा पारा, IMD ने दिया बड़ा अपडेट
इनसैट 3डी, कॉपरनिकस सेंटिनल3 और नासा के एक उपग्रह द्वारा ली गई भूमि की सतह की तस्वीरों से सकंते मिलता है कि उत्तर पश्चिम भारत के इलाकों में भीषण गर्मी पड़ रही है। भूमि की सतह के तापमान ने कई वैज्ञानिकों की चिंताओं को बढ़ा दिया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के वैज्ञानिक आशिम मित्रा ने ट्वीट में लिखा है कि अलग-अलग उपग्रह सेंसर से भूमि की सतह का तापमान देखने वाली तस्वीरें ली गई हैं। एक सामान्य अवलोकन यानी जमीन के एलएसटी का सटीक माप प्राप्त करने में सक्षम था, जो आज कई क्षेत्रों में 60 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया है। उन्होंने कहा कि इस मौसम में सामान्य तौर पर एलएसटी 45 से 55 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है।
 
भारत-पाकिस्तान में हिट वेव : भू-स्थानिक डाटा प्रबंधन मंच एडीएएम प्लेटफॉर्म ने ट्वीट किया है कि भारत और पाकिस्तान में वर्तमान में हीटवेव अपने चरम पर है, जैसा कि शनिवार को देखा गया है। एलएसटी लगातार बढ़ता ही जा रहा है। 29 अप्रैल को एकत्र किया गया एलएसटी अधिकतम वैल्यू 62°C/143°F से अधिक दर्शाता है। 
 
 
IMD ने कहा- दहशत पैदा कर सकते हैं डेटा : आईएमडी के महानिदेशक एम महापात्रा ने इन डेटा पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि जमीनी सत्यापन करने से पहले इस डेटा पर भरोसा नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि उपग्रह अवलोकन सतह से 36 हजार किमी दूर से लिए जाते हैं। सत्यापित नहीं होने पर वे भ्रामक हो सकते हैं।
राजस्थान में 52 डिग्री से अधिक : राजस्थान में रिकॉर्ड उच्चतम भूमि का तापमान 52.6 डिग्री दर्ज किया गया था। यह डाटा भय और दहशत पैदा कर सकता है, इसलिए हमें जिम्मेदारी से कार्य करना चाहिए। एक अन्य वैज्ञानिक ने कहा कि क्या आप जानते हैं कि 60 डिग्री सेल्सियस का क्या मतलब होता है? सड़कें और अन्य बुनियादी ढांचा पिघल जाएंगे। मैंने राजस्थान में 50 डिग्री सेल्सियस पर सड़कों को पिघलते देखा है। हमें बहुत सावधानी से जमीनी आकलन करना चाहिए।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

Rajkot Gaming Zone Fire: HC की फटकार के बाद सरकार का एक्शन, राजकोट के कमिश्नर सहित 6 IPS अधिकारियों का ट्रांसफर

क्यों INDIA गठबंधन बैठक में शामिल नहीं होंगी ममता बनर्जी, बताया कारण

Maruti Alto EV सस्ता और धमाकेदार मॉडल होने जा रहा है लॉन्च, जानिए क्या हो सकती है कीमत

Prajwal Revanna : सेक्स स्कैंडल में फंसे प्रज्वल रेवन्ना का पहला बयान, 31 मई को SIT के सामने आऊंगा

चक्रवाती तूफान रेमल का कहर, बंगाल में 15000 घर तबाह, 2 लोगों की मौत

Gaza: रफ़ाह में इसराइली हमले में बड़ी संख्या में लोग हताहत

रणजीत हत्याकांड में गुरमीत राम रहीम दोषमुक्त, 22 साल पुराने मामले में हाई कोर्ट ने दी बड़ी राहत

राहुल गांधी की मुश्किल बढ़ी, भाषण में किया था वीर सावरकर का अपमान

मिजोरम में दर्दनाक हादसा, पत्थर की खदान ढहने से 10 लोगों की मौत

पापुआ न्यू गिनी में भूस्खलन से 2000 की मौत, 8000 से ज्यादा फंसे, पीएम मोदी ने किया वादा

अगला लेख