जम्मू कश्मीर में हुए कुछ बड़े फिदायीन हमले

Webdunia
गुरुवार, 14 फ़रवरी 2019 (19:01 IST)
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले में दो दर्जन से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों के शहीद होने की घटना के बाद पूरा देश दहल गया है। पूरे देश में हमले को लेकर गुस्सा है। इस हमले से पहले भी जम्मू कश्मीर में फिदायीन हमले हुए हैं। आइए जानते हैं कब और कहां हुए इस तरह के फिदायीन हमले...
 
3 नवम्बर 1999- सेना की श्रीनगर छावनी पर फिदाइन हमला, सेना के 10 जवान शहीद।
9 फरवरी 2001- श्रीनगर के पुलिस कंट्रोल पर आत्मघाती हमला, 9 पुलिसकर्मी मारे गए।
2 मार्च 2001- राजौरी के मंजाकोट में पुलिस पर हमला 19 पुलिसकर्मी मारे गए।
24 अगस्त 2001- पुंछ पुलिस स्टेशन पर हमला 7 पुलिसकर्मी मारे गए।
17 सितम्बर 2001- हंदवाड़ा में एसओजी कैम्प पर हमला 10 पुलिसकर्मी मारे गए।
1 अक्टूबर 2001- कश्मीर के इतिहास में सबसे बड़ा फिदायीन हमला श्रीनगर सचिवालय पर हुआ जिसमें 47 लोग मारे गए। इसमें 4 आतंकी भी मारे गए।
15 मार्च 2003- उधमपुर जिने के गूल इलाके की इंद पुलिस चौकी पर फिदाइन हमला 15 पुलिसकर्मी मारे गए।
17 जनवरी 2019- आतंकियों ने दो दिनों के भीतर घंटाघर लाल चौक, शोपियां पुलिस कैंप में तीन ग्रेनेड हमले किए। इस हमले में असिस्टेंट सबइंस्पेक्टर इकबालसिंह और दो ट्रैफिक पुलिसकर्मियों सहित छह लोग घायल।
26 जनवरी 2019- गणतंत्र दिवस पर भी आतंकियों ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाते हुए कश्मीर में दो जगह हमले किए। पहला हमला पुलवामा के पंपोर और खानमो इलाके में किया गया। आतंकियों ने एसओजी और सीआरपीएफ को निशाना बनाया। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने दो आतंकी मार गिराए, हमले में पांच जवान जख्मी भी हो गए।
30 जनवरी 2019- कुलगाम जिले में आतंकियों ने दमहल हांजीपोरा इलाके में पुलिस के एक दल पर ग्रेनेड हमला किया। इस हमले में तीन नागरिक घायल।
31 जनवरी 2019- कश्मीर के अनंतनाग जिले में आतंकियों ने घात लगाकर सीआरपीएफ की 96वीं बटालियन पर हमला किया था। आतंकियों ने हमले में ग्रेनेड का इस्तेमाल किया। हमले में दो जवान और पांच नागरिक घायल।
13 जुलाई 2018- कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों ने सीआरपीएफ पार्टी पर आतंकी हमला किया था। हमले में एक अफसर सहित एक जवान शहीद हो गया था। आतंकी सीआरपीएफ जवानों पर फायरिंग कर भागे निकले थे।
5 अक्टूबर 2018- श्रीनगर के करफल्ली मुहल्ला में आतंकियों ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक शमीमा फिरदौस के निजी सचिव नज़ीर अहमद सहित एक कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी थी। आतंकियों ने दोनों को विधायक के घर पर ही गोली मारी थी।
26 अक्टूबर 2018- कश्मीर के नौगाम में आतंकियों ने सीआइएसएफ के जवानों को निशाना बनाते हुए ग्रेनेड हमला किया था। पावर ग्रिड की सुरक्षा में तैनात जवानों पर आधी रात को यह हमला किया गया था। इसमें एक एएसआइ राजेश कुमार शहीद हो गया था।
 

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