नई दिल्ली। सरकार ने मंगलवार को बताया कि देश में डॉक्टरों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए विभिन्न कदम उठाए गए हैं और यूजी (स्नातक स्तरीय) मेडिकल सीटों की संख्या 75 प्रतिशत बढ़कर 89 हजार 875 हो गई है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मेडिकल यूजी सीटों की संख्या 2014 से पहले 51,348 थी जो बढ़कर अब 89,875 हो गई है। उन्होंने कहा कि इन सीटों में 75 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा कि 2021 में नीट के लिए पंजीकृत अभ्यर्थियों की संख्या 16,14,777 थी जो 2020 में 15,97,435 थी। उन्होंने बताया कि 2021 और 2020 में उत्तीर्ण उम्मीदवारों की संख्या क्रमश: 8,70,074 और 7,71,500 थी।
पवार ने कहा कि 2013-14 में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 387 थी जो अब बढ़कर 596 हो गई है। उन्होंने कहा कि इनमें 77 मेडिकल कॉलेज निजी क्षत्र के हैं।
सरकार ने मेडिकल सीटों में वृद्धि करने के लिए कई उपाय किए गए हैं। इन उपायों के तहत जिला अस्पतालों व रेफरल अस्पतालों को उन्नत कर नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए केंद्रीय प्रायोजित योजना शुरू की गई है तथा 157 नए मेडिकल कॉलेज अनुमोदित किए गए हैं।