Tirupati Prasadam Row : तिरुपति मंदिर के लड्डू, अमूल का घी, 7 के खिलाफ FIR, क्यों फैली अफवाह

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शनिवार, 21 सितम्बर 2024 (17:39 IST)
Tirupati laddu controversy  : तिरुपति प्रसादम लड्डू विवाद के बीच एक नई खबर सामने आई है। आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के इस दावे के बाद बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है कि राज्य में पिछली सरकार के दौरान तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में लड्डू बनाने में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया गया था। इस बीच लड्डू बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाले खराब क्वालिटी वाले के घी के ‘अमूल’ ब्रांड का होने की अफवाह फैलाने के आरोप में 7 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
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आणंद स्थित गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ (जीसीएमएमएफ) ने मंदिर का प्रबंधन संभालने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) को घी की आपूर्ति किए जाने से इनकार किया है। साइबर अपराध थाने के एक अधिकारी ने बताया कि एफआईआर के मुताबिक 7 ‘एक्स’ यूजर्स ने जीसीएमएमएफ की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के इरादे से गलत सूचना फैलाई कि तिरुपति बालाजी मंदिर में लड्डू बनाने में इस्तेमाल होने वाला जानवरों की चर्बी मिला घी ‘अमूल’ ब्रांड का था।
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#WATCH | Gujarat | On Amul/Tirupati Prasadam Row | DCP Cyber Crime Ahmedabad, Lavina Sinha says, "Yesterday, we received a complaint from the Amul employees and an FIR has been registered - as per the employee, people using fake social media account have spread this false… pic.twitter.com/Whscqr6sd8

— ANI (@ANI) September 21, 2024 >एफआईआर के मुताबिक आरोपियों ने अफवाह फैलाई कि ‘अमूल’ ब्रांड के तहत बेचे जाने वाले घी का इस्तेमाल उन लड्डुओं को बनाने में किया गया, जिन्हें बाद में तिरुपति मंदिर में ‘प्रसाद’ के रूप में बांटा गया, जिससे सहकारी संगठन की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा।

आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 336 (4) (किसी पक्ष की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के इरादे से जालसाजी) और 196 (1) (ए) (धर्म, नस्ल आदि के आधार पर दुश्मनी को बढ़ावा देना) के तहत आरोप लगाए गए हैं।अधिकारी के मुताबिक, प्राथमिकी में पुलिस ने सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम के प्रावधान भी शामिल किए हैं। 
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Issued in Public Interest by Amul pic.twitter.com/j7uobwDtJI

— Amul.coop (@Amul_Coop) September 20, 2024 >क्या कहा अमूल ने : जीसीएमएमएफ ने शुक्रवार रात अपने ‘एक्स’ अकाउंट पर स्पष्टीकरण जारी कर कहा कि उसने तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम को कभी भी ‘अमूल’ घी की आपूर्ति नहीं की। इसने कहा कि हम यह भी स्पष्ट करना चाहते हैं कि ‘अमूल’ घी हमारे अत्याधुनिक उत्पादन केंद्रों में दूध से बनाया जाता है, जो आईएसओ-प्रमाणित हैं। ‘अमूल’ घी उच्च गुणवत्ता वाले शुद्ध दूध की मलाई से बनाया जाता है... यह पोस्ट ‘अमूल’ के खिलाफ दुष्प्रचार अभियान रोकने के लिए जारी किया जा रहा है। 

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