janma asthmi

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

भाजपा के ही दो दिग्गज भिड़े, जीते राजीव प्रताप रूड़ी, विपक्षी दलों का भी मिला समर्थन

Advertiesment
हमें फॉलो करें Constitution Club election news

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, बुधवार, 13 अगस्त 2025 (14:18 IST)
Constitution Club election news: भाजपा के ही दो सांसदों में एक रोचक मुकाबला देखने को मिला। वोटिंग केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‍डा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी समेत अन्य पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने की। मामला कॉन्स्टि्यूशन क्लब के सचिव पद के चुनाव का था। चूंकि मुकाबला सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के दो नेताओं के बीच था, इसलिए रोचक तो होना ही था। 
 
संघर्ष की नई शुरुआत : कॉन्स्टि्यूशन क्लब के सचिव पद के लिए बिहार की सारण लोकसभा सीट से सांसद और पूर्व केन्द्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी एवं  पूर्व केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान के बीच था। एक जानकारी के मुताबिक इस चुनाव में 1200 ज्यादा पूर्व एवं वर्तमान सांसदों ने वोटिंग की। पराजय के बाद संजीव बालियान ने कहा कि यह हार संघर्ष की नई शुरुआत है। यूपी मुजफ्फरपुर सीट से 2014 से 2024 तक सांसद रहे बालियना ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि परिणाम कोई उपसंहार नहीं, नव-संघर्ष का प्राक्कथन है।
 
डॉ. संजय बालियना ने एक्स पर लिखा- कान्स्टिट्यूशन क्लब निर्वाचन में प्राप्त जनादेश को मैं धैर्य एवं आत्ममंथन के भाव से स्वीकार करता हूं। संघर्ष की यह परिपाटी यथावत रहेगी, क्योंकि लोकतंत्र में निरंतरता ही असली विजय है। सभी माननीय सदस्यों का हार्दिक आभार एवं विजयी प्रत्याशी श्री राजीव प्रताप रूड़ी जी जी को बधाई। इस चुनाव में रूड़ी ने 100 वोटों से जीत दर्ज की। इस मुकाबले और नतीजे की सोशल मीडिया पर भी काफी चर्चा रही।
 
क्या कहा राजीव प्रताप रूड़ी ने : दूसरी ओर, कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया चुनाव जीतने पर भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि मैं 100 से अधिक वोटों से जीता हूं और अगर इसे 1000 मतदाताओं से गुणा किया जाए, तो यह संख्या 1 लाख हो जाती है। यह मेरे पैनल की जीत है। हर किसी ने अपनी पार्टी से उठकर अपना वोट डाला। मेरे पैनल में कांग्रेस, सपा, टीएमसी और निर्दलीय सांसद थे। मुझे पिछले दो दशकों में मेरे प्रयासों का परिणाम मिला। 
 
चूंकि यह चुनाव भाजपा के ही दो नेताओं के बीच ही था, इसलिए सभी की इसमें दिलचस्पी थी। हालांकि रूड़ी पिछले 25 वर्षों से इस पद पर हैं। इस चुनाव में भाजपा नेता दो खेमों में बंट गए, जबकि विपक्षी सांसदों का समर्थन राजीव प्रताप रूड़ी को मिला। हालांकि यह पहला मौका है जब कॉन्स्टि्यूशन क्लब के चुनाव को लेकर इतनी चर्चा हुई है। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

कुत्तों को लेकर बदल सकता है Supreme Court का आदेश, अब CJI ने दिया दखल