क्या होते हैं बवंडर

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बवंडर (Tornado) तब बनते हैं जब अलग-अलग तापमान और आर्द्रता के दो द्रव्य Masses निलंब होता है। जैसे-जैसे गर्म जल वाष्प में बदलता और ऊपर वातावरण में पहुंचता है, यह ठंडी हवा से मिलकर प्रतिक्रिया करता है और तूफान के रूप में सामने आता है। उच्च तापमान से ऊर्जा का स्तर बढ़ता है, जो आखिर में हवाओं की रफ्तार, बारिश और अन्य कारकों को प्रभावित करता है।
 
सरल शब्दों में कहें तो हवा का वह तेज झोंका जो चक्कर खाता हुआ चलता है जिसमें पड़ी हुई धूल खंबे के रूप में ऊपर उठती हुई दिखाई पड़ती है। कई बार ये बवंडर खतरनाक रूप धारण कर लेते हैं।
 
तूफान की अपेक्षा बवंडर से कम क्षेत्र प्रभावित होता है। इसमें हवा की रफ्तार 200 किमी प्रति घंटे तक हो जाती है। इसके अंदर वायु का दबाव इतना कम होता है कि जब किसी भी इमारत के पास से गुजरता है तो वह इमारत अपने अंदर की वायु के दबाव के कारण तबाह हो जाती है।
 
NOAA National Severe Storms Laboratory के सीनियर रिसर्च साईटिस्ट होराल्ड ब्रुक के अनुसार दुनिया में सबसे ज्यादा बवंडर अमेरिका के बाहरी इलाकों में आते हैं। ये बवंडर इतने खतरनाक होते हैं कि कुछ ही मिनटों में तबाही मचाकर चले जाते हैं।

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