मुंबई। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी के कद्दावर नेता नवाब मलिक को बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 8 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। दावा किया जा रहा है कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम के भाई से पूछताछ में मलिक का नाम सामने आया था।
दामाद की गिरफ्तारी, आर्यन खान पर एनसीबी के शिकंजे के बाद एनसीबी के डायरेक्टर समीर वानखेड़े के तबादले तक उन पर आरोप लगाने वाले नवाब मलिक महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा नाम है। वे राज्य की महा विकास अघाड़ी सरकार में अल्पसंख्यक, कौशल विकास, उद्यमिता विभाग के मंत्री है।
नवाब मलिक का जन्म 20 जून 1959 को उत्तर प्रदेश में बलरामपुर जिले के धुसवा गांव में हुआ था। 1970 में उनका परिवार मुंबई आ गया। उन्होंने अंजुमन हाईस्कूल से 10वीं और बुरहानी कालेज से 12वीं की पढ़ाई की। उनके परिवार में पत्नी महजबीन, दो बेटे- फराज एवं आमीर और दो बेटियां- निलोफर एवं सना हैं।
नवाब मलिक राजनीति से पहले एक कामयाब बिजनेसमैन थे। राजनीति में भी दिलचस्पी होने के चलते सियासत के मैदान में अपनी किस्मत आजमाई। मूल रूप से उत्तरप्रदेश के रहने वाले नवाब मलिक ने अपना करियर समाजवादी पार्टी से शुरू किया था बाद में वे शरद पवार की एनसीपी में शामिल हो गए। 2 बार वे सपा के टिकट पर और 3 बार एनसीपी के टिकट पर वे विधायक चुने गए।
2020 में मलिक को एनसीपी मुंबई का अध्यक्ष भी बनाया गया। वे एनसीपी प्रमुख शरद पवार के करीबी माने जाते हैं।